BJP सरकार में नहीं सुनी जाती किसी की बात, बोले मुकेश सहनी ... वादा करके भूल जाते हैं मोदी जी

BJP सरकार में नहीं सुनी जाती किसी की बात, बोले मुकेश सहनी ... वादा करके भूल जाते हैं मोदी जी

PATNA : महागठबंधन में अब मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) की एंट्री हो चुकी है।सहनी की पार्टी वीआईपी को आरजेडी ने अपने कोटे से तीन सीटें देने का ऐलान किया है। इसके बाद अब सहनी चुनावी जनसभा में भी शिरकत करने जा रहे हैं और महागठबंधन के कैंडिडेट के लिए वोट अपील में सुर से सुर मिलाते नजर आएंगे। सहनी और तेजस्वी आज दोनों एक साथ एक मंच से जमुई में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले मुकेश सहनी से भाजपा को आड़े हाथों लिया है। सहनी से कहा है कि- पीएम मोदी की सरकार में किसी की बात सुनी नहीं जाती है। 


दरअसल, जमुई में राजद की कैंडिडेट अर्चना रविदास के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित करने से पहले पटना से मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि- आज तरफ बिहार में रोजगार की चर्चा है और इसका हक़ तेजस्वी यादव को जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि- आज से हम और हमारी पार्टी के लोग इंडी गठबंधन के नेता के लिए वोट मांगते हुए नजर आएंगे। 


सहनी ने कहा कि- देश में अलग परिवर्तन की हवा चल रही है। एक तरफ पीएम मोदी की सरकार है जो किसी की सुनती ही नहीं है। उन्हें गरीब, दलित,शोषित, पिछड़ा, अति पिछड़ा के हक से कोई मतलब ही नहीं है। वो अब अपनी मनमर्जी से काम करते हैं। आज तरफ लोग परिवर्तन की बात कर रहे हैं और इस परिवर्तन में बिहार को हमारी पार्टी भी भागिदार बनेगी।


इसके साथ ही सहनी से कहा कि - आज देश के अंदर लोकतंत्र खत्म हो रहा है। देश के अंदर सीधा मुख्यमंत्री को ही जेल भेजा जा रहा है। हर किसी को परेशान किया जा रहा है। ये लोग तो हमारी पार्टी भी खत्म करने में लगे हुए थे। हमारी पार्टी का सिंबल बदल दिया गया। इतना ही नहीं देश के अंदर 927 राजनीतिक पार्टी को खत्म कर दिया गया। 


उधर, एनडीए में विकास की बात को लेकर सहनी ने कहा कि - सिर्फ पांच किलों चावल देने से देश का विकास हो जाता है क्या? अब इसी को विकास बता रहे हैं तो फिर बात क्या है आप खुद समझ सकते हैं। मैं उनसे सवाल करना चाहता हूं कि दो करोड़ रोजगार के वादे का क्या हुआ ? ये वादे पूरे क्यों नहीं हुए। हम उनसे कई बार निषाद के आरक्षण  की मांग किए उन्होंने इसको लेकर के दफे वादा भी किया। लेकिन, आज तक इसपर कुछ नहीं हुआ है।