DEOGHAR: लोकसभा चुनाव से पहले गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे मुश्किलों में घिरते दिख रहे हैं। निशिकांत दुबे के खिलाफ देवघर के जसीडीह थाने में केस दर्ज हुआ है। सांसद और उनके अन्य सहयोगियों पर जसीडीह स्थित परित्राण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को एक साजिश के तहत हड़पने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बावनबिघा निवासी शिवदत्त शर्मा ने जसीडीह थाने में लिखित आवेदन देकर बीजेपी सासंद निशिकांत दुबे, उनकी पत्नी अनामिका गौतम, उनके दो बेटों समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। शिवदत्त शर्मा ने सांसद और उनके परिवार के लोगों पर आरोप लगाया है कि वर्ष 2009 में पंजाब नेशनल बैंक की अगुवाई वाली बैंकों की संघ ने जमीन गिरवी रखने के बदले उनके संस्थान परित्राण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के लिए 93 करोड़ रुपए की मंजूरी दी।
भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रावधानों में बदलाव किए जाने के कारण कॉलेज को आईएमसी अनुमोदन नहीं मिला और ऋण खाते को बैन कर दिया गया। शिवदत्त शर्मा ने आरोप लगाया है कि इस वित्तीय संकट से निकालने का झांसा देकर बीजेपी सांसद ने गलत तरीके से उनके मेडिकल कॉलेज को हड़प लिया। बीजेपी सांसद के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है।
झारखंड कांग्रेस ने निशिकात दुबे पर एक्स के जरिए निशाना साधा है और पूछा है कि क्या ईडी, आईटी और सीबीआई इस पर संज्ञान लेगी या इन्हें सिर्फ विपक्षी नेताओं की जांच करने को कहा गया है। कांग्रेस को जवाब देते हुए निशिकांत ने लिखा कि, यह उनके ऊपर 44वां केस है। एफआईआर में कहा गया है कि एक करोड़ दिए हैं अगर पुलिस यह साबित कर देती है तो राजनीति छोड़ देंगे। यह मेडिकल कॉलेज डीआरटी कोर्ट के नीलामी में खरीदा गया है।