DESK: यूपी में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव की तारीखों की घोषणा भी कर दी गयी है। यूपी चुनाव को लेकर जेडीयू आर-पार के मूड में आ गयी है। यूपी चुनाव की अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई बातचीत नहीं हो पाई है। इसे लेकर जेडीयू ने बीजेपी को अल्टीमेटम दिया है कि अगले एक-दो दिनों तक जवाब नहीं आया तो जेडीयू अकेले चुनाव लड़ेगी। इस बात की जानकारी जेडीयू के उत्तर प्रदेश प्रभारी केसी त्यागी ने दी है।
जेडीयू के उत्तर प्रदेश प्रभारी केसी त्यागी ने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर जेडीयू तैयारी कर चुकी है। पार्टी की इच्छा है कि यूपी के अंदर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ें लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक बात नहीं हो पाई है। ऐसे में अब इस पर फैसला लेने का वक्त आ गया है। बीजेपी की तरफ से यदि एक-दो दिनों में इस पर कोई बात नहीं हुई तो जेडीयू खुद निर्णय लेगी।
JDU के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रदेश प्रभारी केसी त्यागी का कहना है कि उनकी इच्छा है कि यूपी चुनाव BJP और जेडीयू साथ-साथ लड़ें। उत्तर प्रदेश में पहले भी हम NDA के पार्ट हैं। हमारे सांसद, मंत्री और विधायक भी रहे हैं। भले ही हम 2017 में चुनाव नहीं लड़े थे लेकिन इसके बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वहां चुनावी सभाओं संबोधित किया था। लेकिन इस बार काफी दिनों से हम यूपी में कार्यरत हैं। चुनाव की तैयारी को लेकर 51 से अधिक लोगों ने JDU के पास अपनी दिलचस्पी दिखाई है। जिसे शॉर्ट लिस्टेड भी किया गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर JDU की तरफ से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को अधिकृत किया गया है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पहले ही कहा था कि बीजेपी नेतृत्व से आरसीपी सिंह का संपर्क बेहतर है। आरसीपी सिंह ही बीजेपी से करेंगे। यूपी चुनाव की अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई बातचीत नहीं हो पाई है।
केसी त्यागी ने बताया कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिल चुके हैं। सीएम योगी से मिलकर पार्टी की इच्छा भी बता दी है कि हम भी यूपी में चुनाव लड़ना चाहते हैं। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने भी अमित शाह, राजनाथ सिंह,जेपी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान से बातचीत की लेकिन अब तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया है। केसी त्यागी ने कहा कि हम एक-दो दिन और इंतजार करेंगे, यदि जवाब नहीं आया तो अपने बलबूते चुनाव लड़ेंगे। अपना दल और निषाद पार्टी से भी BJP का समझौता अभी नहीं हुआ है।