PATNA: पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय सीट से सीपीआई के टिकट पर अपनी किस्मत आजमाने वाले कन्हैया कुमार का इस बार के चुनाव में बिहार से पत्ता साफ होने के बाद अब वे दिल्ली में अपना दाव लगा रहे हैं। कांग्रेस के टिकट पर कन्हैया दिल्ली की उस सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जिस सीट से मनोज तिवारी दो बार सांसद चुने गए है और तीसरी बार भी बीजेपी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।
दरअसल, सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा तेज है कि कांग्रेस उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बना सकती है। इस सीट से कन्हैया को चुनावी मैदान में उतार कर कांग्रेस पिछले दो बार से सांसद रहे मनोज तिवारी को इस चुनाव में टक्कर देने की रणनीति बना रही है। कहा जा रहा है कि आज दिल्ली में होने वाली कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में कन्हैया के नाम पर मुहर लग सकती है।
जेएनयू की राजनीति से चर्चा में आए कन्हैया कुमार ने पिछले लोकसभा चुनाव बेगूसराय से सीपीआई के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पिछले चुनाव में कन्हैया कुमार अंतिम सांस लेती सीपीआई को संजीवनी देने का काम किया था। यह इलाका मूल रूप से भूमिहार जाति का गढ़ रहा है। यही वजह है कि भोला सिंह के निधन के बाद वहां भूमिहार समाज से आने वाले गिरिराज सिंह को जीत मिली थी।
अब कन्हैया कुमार सीपीआई छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार कन्हैया कांग्रेस के टिकट पर बेगूसराय सीट से मैदान में उतर सकते हैं हालांकि सीट बंटवारे से पहले ही इंडी गठबंधन में शामिल सीपीआई ने बेगूसराय सीट से अपना उम्मीदवार उतार दिया था। सीपीआई ने बेगूसराय से कॉमरेड अवदेश कुमार राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में बेगूसराय से पत्ता कटने के बाद अब कांग्रेस कन्हैया कुमार को मनोज तिवारी के खिलाफ उत्तर पूर्वी दिल्ली से मैदान में उतारने की रणनीति बना रही है।
दिल्ली में कांग्रेस गठबंधन के तहत लोकसभा का चुनाव लड़ रही है। दिल्ली में लोकसभा की कुल सात सीटें हैं, जिसमें तीन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है जबकि बाकी चार सीटों पर केजरीवाल की आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी हालांकि आम आदमी पार्टी की तरफ से उन चार सीटों पर फिलहाल उम्मीदवारों का एलान नहीं किया गया है।