PATNA : बिहार में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. गुरुवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29 हो गई, जिसमें से 16 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री है और 13 लोग मुंगेर के एक शख्स से बने चेन से प्रभावित है. हालांकि पटना एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले लोगों को स्क्रीनिंग करने के लिए डॉक्टरों की टीम को 3 मार्च से तैनात किया गया था पर 15 मार्च तक केवल 27 लोगों की ही स्कैनिंग हुई.
यह डाटा देखने के बाद लगता है कि पटना एयरपोर्ट पर विदेश से आए लोगों के सैंपल लेने और आइसोलाइट करने में प्रशासन ने बड़ी चूक कर दी. अगर एयरपोर्ट पर ही उनके सैंपल लेने के बाद पटना में ही आइसोलेट कर दिया जाता तो आज यह नौबत नहीं आती और संक्रमितों की संख्या नहीं बढ़ती.
पूरे देश में जब कोरोना ने पैर पसारने शुरू कर दिए तब जाकर बिहार प्रशासन की नींद टूटी. 15 मार्च को प्रशासनिक और स्वास्थ विभाग की टीम पटना एयरपोर्ट पर गई और एयरपोर्ट से लेकर एयरलाइंस अधिकारियों के साथ बैठक कर यह फैसला लिया कि 16 मार्च से जो भी लोग विदेश से पटना आएंगे उन सब की स्कैनिंग की जाएगी और उन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया जाएगा. 16 मार्च से 24 मार्च की रात 12:00 बजे तक करीब 11 सौ लोगों की स्कैनिंग हुई लेकिन किसी का सैंपल नहीं लिया गया. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अब यह फैसला लिया है कि जो भी लोग विदेश से बिहार आए हैं उन सभी को की जांच की जाएगी. बता दें कि बिहार में जो लोग पॉजिटिव पाए गए हैं उनमें से 16 की ट्रैवल हिस्ट्री सामने आई है. यानी कि यदि प्रशासन सजग रहता तो वह 16 लोग पटना एयरपोर्ट ट्रेस हो जाते और फिर उन्हें आइसोलेट कर दिया जाता. लेकिन प्रशासन ने यही चूक कर दी और बिहार में कोरोना का मामला बढ़ता चला गया.