PATNA: फर्स्ट बिहार की खबर का असर हुआ है. स्वास्थ्य विभाग ने अब बिहार के पत्रकारों का कोरोना टेस्ट कराने का फैसला किया है. इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पीएमसीएच को निर्देश दिया है.
फर्स्ट बिहार ने उठाया था सवाल क्या मीडियाकर्मियों को कोरोना वारियर्स नहीं मानती है नीतीश सरकार? सीतामढ़ी के पत्रकार का सैंपल लिया गया.. बाकियों का टेस्ट नहीं
मंगल पांडेय ने कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट के पत्रकारों की जांच कराई जाएगी. सभी की जांच अलग-अलग तिथि में होगी. सोमवार से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों की जांच होगी. यह जांच पीएमसीएच में होगा. पीएमसीएच के अधीक्षक ने बताया कि सबसे पहले पटना के पत्रकारों का टेस्ट कराया जाएगा.
फर्स्ट बिहार ने उठाया था सवाल
सीतामढ़ी में एक पत्रकार को कोरोना का लक्षण मिलने के बाद उसका सैंपल लिया गया है. लेकिन बाकी पत्रकारों का नहीं लिया गया है. इसको लेकर फर्स्ट बिहार ने सवाल उठाया था. सवाल उठाया था कि बिहार के पत्रकारों का टेस्ट सरकार क्यों नहीं करा रही है. जबकि दिल्ली और मुंबई में सैकड़ों पत्रकार कोरोना पॉजिटिव निकल चुके हैं. इसमें बिहार सरकार लापरवाही बरत रही है. एक पत्रकार खबर कवरेज करने के लिए दिन भर में कई जगहों पर जाते हैं, कई लोगों से संपर्क में आते हैं फिर घर जाते हैं. ऐसे में संक्रमण का खतरा रहता है.
दूसरे राज्यों ने मुआवजे और इलाज की घोषणा
कोरोना वारियर्स पत्रकारों को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने टेस्ट करा रहे हैं यहां तक की मुफ्त में इलाज की घोषणा की है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 10 लाख रुपए मुआवजा की घोषणा की है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने 10 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमा की घोषणा की है. महाराष्ट्र सरकार ने भी 10 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा दे रही है. उड़ीसा सरकार ने 15 लाख रुपए मुआवजे का एलान किया है.