PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है पटना से जहां कोरोना के दो नए मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन मरीजों के पॉजिटिव रिपोर्ट आने की पुष्टि की गई है. बिहार के स्वास्थ विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सीवान जिले से ये दोनों मामले सामने आये हैं. 45 साल और 22 साल की दो महिलाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई है कि दोनों की ट्रेवल हिस्ट्री रही है.
दो नए मरीज मिलने के साथ ही बिहार में पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब 34 हो गई है. बिहार में सीवान सबसे प्रभावित जिला है. सीवान में सबसे ज्यादा 8 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं. जिसमें से 4 मरीज ठीक हो चुके हैं. इसके अलावा मुंगेर जिले में 7 मरीज हैं. पटना और गया जिले से 5-5 मिले हैं. इसके साथ ही गोपालगंज से 3 मरीज मिले हैं. सूबे के अन्य जिलों में भी अब तक कुछ मरीज सामने आये हैं. जिसमें नालंदा जिले के 2, लखीसराय के एक, बेगूसराय के एक और भागलपुर के एक मरीज भी शामिल हैं.
पटना एम्स की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक वहां कोई भी मामले अब तक पॉजिटिव नए आये हैं. 30 लोगों की जांच की गई है. वहां से सभी मामले निगेटिव आये हैं. एम्स प्रबंधन की ओर से इसकी पुष्टि की गई है.
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 354 मामले आए हैं और आठ लोगों की मौत हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शाम के चार बजे के करीब आयोजित अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि COVID-19 के अब तक कुल 4,421 मामलों की पुष्टि हुई है. 117 मरीजों की मौत हुई है और 326 ठीक हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में बीते 24 घंटे में कोविड-19 से आठ लोगों की मौत हुई है.
लॉकडाउन बढ़ेगा या नहीं? इसको लेकर उन्होंने कहा कि सही वक्त पर सरकार के स्तर पर फैसला लिया जाएगा. अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि आईसीएमआर ने अपने अध्ययन में स्पष्ट किया है कि कोविड-19 का एक मरीज अगर लॉकडाउन और सामाजिक मेलजोल से दूरी का पालन नहीं कर रहा है तो वह 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है.
मौजूदा 21 दिनों के लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को खत्म हो रही है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर दिल्ली, मुंबई, भीलवाड़ा, आगरा में छोटे-छोटे क्षेत्रों को चिह्नित कर उन्हें सील करने की रणनीति बनायी गयी है.
लव अग्रवाल ने कहा कि भारतीय रेलवे ने 2,500 डिब्बों में 40,000 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं. वे प्रतिदिन 375 आइसोलेशन बेड तैयार कर रहे हैं और यह देश भर में 133 स्थानों पर चल रहा है.