PATNA : बिहार में लगातार तीन दिन हुई मुसलाधार बारिश के बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली थी. अब लोग बेसब्री से मानसून का इंतजार कर रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में 22 से 23 मई के बीच मानसून आने की संभावना है. वहां से 31 मई से एक जून तक केरल होते हुए 13 से 18 जून के बीच पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के पूर्णिया में पहुंचने की संभावना है.
22 जून तक बिहार के अन्य हिस्सों में मानसून का असर दिखेगा. इस दौरान तेज हवाओं के साथ मध्य और उच्च स्तर की बारिश होगी. इससे पहले 23 से 25 मई तक मानसूनी बारिश अंडमान और निकोबार में होने के आसार बने हुए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक बिहार में मानसून का प्रवेश पश्चिम, झारखंड होता है, जहां से यह पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरफ जाता है.
हालांकि, मौसम विभाग के वैज्ञानिक संजय कुमार ने कहा कि मानसून की सटीक भविष्यवाणी करना अभी संभव नहीं है क्योंकि बिहार में मानसून की शुरुआत बंगाल की खाड़ी में इसके तेज और धीमी गति पर निर्भर करती है. बंगाल की खाड़ी में एक कर्व बनने के बाद मानसून बिहार के तटवर्ती क्षेत्रों में प्रवेश करता है जहां पर हवा के रुख और मानसूनी गति के वजह से बिहार के मैदानी हिस्सों से होते हुए उत्तर प्रदेश की तरफ जाता है.