PATNA : भारत में तेजी से फ़ैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार में भी प्रशासनिक तैयारियां की जा रही हैं. स्वास्थ्य सुविधा को और भी ज्यादा सुदृढ़ करने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी जा रही है. बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने यह जानकारी दी है कि बिहार में आज 15 हजार मास्क और किट आएंगे. केंद्र सरकार से हालांकि 5 लाख की डिमांड की गई थी. जिसमें से अब तक मात्र 4 हजार ही मिले हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार की ओर से यह भी कहा गया कि हर मौत को कोरोना से जोड़कर देखना सही नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में अन्य बीमारियों से भी मौत होती है. आइसोलेशन वार्ड में मरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर मौत को कोरोना से जोड़ना उचित नहीं है. हॉस्पिटल में अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज भी इलाज के लिए आते हैं.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने यह जानकारी दी है कि बिहार में अब तक तब्लीगियों से जुड़े सारे रिपोर्ट निगेटिव पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि दिल्ली मरकज से जुड़ा मामला काफी चुनौतीपूर्ण है. उन्होंने बताया कि यह सरकार के लिए भी डिफिकल्ट सिचुएशन है. हालांकि अब तक बिहार में अब तक तब्लीगियों से जुड़े सारे रिपोर्ट निगेटिव पाए गए हैं. तबलीग मरकज के लोगों को सर्च किया जा रहा है.
बिहार में आज 15 हजार मास्क और किट आएंगे. बता दें कि इससे पहले सीएम नीतीश ने यह जानकारी दी थी कि बिहार में 5 लाख PPE किट की मांग की थी. जिसके मुकाबले केवल 4000 ही उसमें से मुहैया कराया गया है. इसके अलावे 10 लाख N95 मास्क की मांग की गई थी. जिसमें से मात्र 50 हजार ही उपलब्ध कराये गए हैं. 10 लाख प्लाई मास्क के की मांग की थी. जिसके एवज में केवल एक लाख ही प्लाई मास्क मांसपेशी बिहार को मिला है. इसके अलावा 10 हजार आरएनए एक्सट्रैक्शन किट की भी मांग की गई थी. जिसमें से मात्र ढाई सौ ही किट उपलब्ध कराया गया है.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हमलोग लगातार तब्लीगियों सर्च कर रहें है. होम और डिजास्टर मैनेजमेंट इसे देख रहा है. उनके इनपुट पर हम लोग काम कर रहें है. तब्लीगी जमात का मामला डिफीकल्ट सिचुएशन है. अभी तक तबलीगी के सारे रिजल्ट नेगेटिव आये हैं. हालांकि अभी भी कुछ रिपोर्ट आने बाकि हैं.