बिहार में पुलिसवाले बने 'कोरोना कैरियर', दारोगा और महिला सिपाही समेत 3 पुलिकर्मियों को हुआ कोरोना

बिहार में पुलिसवाले बने 'कोरोना कैरियर', दारोगा और महिला सिपाही समेत 3 पुलिकर्मियों को हुआ कोरोना

PATNA : कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज पूरी दुनिया लड़ रही है. इंडिया में इस बीमारी से बचने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की घोषणा की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखने के निर्देश दिए जा रहे हैं क्योंकि संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से यह वायरस किसी दूसरे व्यक्ति के जान को भी खतरे में डाल सकता है. बिहार में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. एक सप्ताह पहले तक ग्रीन ज़ोन की एरिया में शामिल शाहाबाद के सभी जिले आज कोरोना की चपेट में आ गए हैं. 



11 पुलिसकर्मी आइसोलेट
इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कैमूर से जहां दारोगा और महिला सिपाही समेत 3 पुलिकर्मियों को कोरोना होने की पुष्टि हुई है. कैमूर पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन के बीच कैमूर के 124 पुलिस पदाधिकारी और सिपाही जिले से बाहर गए हुए थे. इसी बीच 20 अप्रैल को सूचना मिली कि कुछ पुलिसकर्मी बिना परमिशन के जिले से गायब हैं. फिर उनके मोबाइल लोकेशन से सबको बुलाया गया. जिसमें से 11 लोगों को आइसोलेट कर के रखा गया. 



दारोगा समेत 3 पुलिकर्मियों पॉजिटिव
कैमूर पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक़ पुलिसकर्मियों के स्वाब कोरोना जांच के लिए भेजा गया था. जिसमें से एक दरोगा और दो सिपाहियों की रिपोर्ट आज कोरोना पॉजिटिव आई है. पॉजिटिव दारोगा 16 अप्रैल से ही कोर्ट ड्यूटी से अचानक गायब हो गए थे. छपरा अपने घर चले गए थे. महिला सिपाही बेगूसराय से 22 अप्रैल को भभुआ लौटी थी. जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. दूसरा पॉजिटिव सिपाही 19 अप्रैल से ही छपरा अपने घर भाग गया था. छपरा में अपनी पत्नी से मिलने की बात सामने आ रही है. इस कोरोना संकट में पुलिसवालों की इतनी बड़ी लापरवाही या गलती का खामियाजा कई लोगों को भुगतना पड़ सकता है.