बिहार में मिले 4 और कोरोना के मरीज, सूबे में आंकड़ा हुआ 70

बिहार में मिले 4 और कोरोना के मरीज, सूबे में आंकड़ा हुआ 70

PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है. बिहार में कोरोना के 4 नए मरीज मिले हैं. सूबे में आंकड़ा अब 70 हो गया है. स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 3 मरीज नालंदा जिले से सामने आये हैं. जिसमें 35 और 25 साल की दो महिलाएं शामिल हैं. जबकि 60 साल के एक बुजुर्ग भी शामिल हैं.


बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में 4 नए केस मिले हैं. इसके साथ ही आंकड़ा 70 पहुंच गया है. स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने आगे बताया कि इन तीनों मरीजों के अलावा एक और मरीज मुंगेर जिले से सामने आया है. उसकी उम्र भी 60 साल बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि नालंदा से आज जितने भी मामले सामने आये हैं. वह सभी दुबई से लौटे एक शख्स के संपर्क में आये थे. जिसके कारण उनको संक्रमण हुआ है.




भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमण के कुल 11439 मामले सामने आये हैं. इस वायरस के कारण 377 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 1305 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है. भारत में महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं. यहां तकरीबन 5 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. 


कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ाने का एलान किया. पीएम मोदी ने कहा कि संक्रमण पर रोक लगाने में लॉकडाउन के प्रभावी नतीजे मिले हैं. पीएम मोदी ने करीब 25 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि दूसरे चरण में लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जायेगा और आज इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह नये क्षेत्रों में न फैले.


लॉकडाउन 2.0 के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. इसके मुताबिक देश भर में हवाई, रेल और सड़क यातायात पर रोक लगा दी गई है. सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढंकना अनिवार्य कर दिया गया है. जरूरी सामानों के लिए गाड़ियों का इजाजत दी गई है. हॉटस्पॉट वाले इलाकों में कोई रियायत नहीं दी जाएगी. सिनेमा हॉल, शॉपिंग कॉम्पेक्स और सभी सार्वजनिक स्थान बंद रहेंगे. सभी तरह की धार्मिक गतिविधियाों पर भी रोक लगा गई है. सभी शैक्षिक संस्थाओं को भी तीन मई तक के लिए बंद कर दिया गया है. नई गाइडलाइन्स में ग्रामीण भारत का ध्यान रखा गया है. किसानों की फसल के लिए और मनरेगा के मजदूरों के लिए रियायतों का एलान भी किया गया है.