बिहार में बेख़ौफ़ हुए अपराधी ! राजधानी में दारोगा-सिपाही को लाठी-डंडों से पिट-पीटकर वॉन्टेड को छुड़ा ले गए समर्थक, जानिए क्या है पूरा मामला

बिहार में बेख़ौफ़ हुए अपराधी ! राजधानी में  दारोगा-सिपाही को लाठी-डंडों से पिट-पीटकर वॉन्टेड को छुड़ा ले गए समर्थक, जानिए क्या है पूरा मामला

PATNA : बिहार में अपराधियों का तांडव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राज्य के अंदर शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो जिस दिन हत्या, लूट,छिनतई और गोलीबारी की खबरें निकल कर सामने नहीं आती हो। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला राजधानी पटना से सटे इलाके बाढ़ से निकल कर सामने आया है। जहां पुलिस पर हमला कर एक वांटेंड को उसके समर्थक को पुलिस की गिरफत से लेकर फरार हो गए। इस दौरान दारोगा-सिपाही को लाठी - डंडे से पीटा भी गया है। 


मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी पटना के बाढ़ थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव में कुख्यात अपराधी सूली यादव को पकड़ने गई पुलिस की टीम को स्थानीय लोगों का भारी विरोध झेलना पड़ा। समर्थकों ने आरोपित को गिरफ्तार कर ले जा रही पुलिस टीम पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। और कुख्यात अपराधी को पुलिस हिरासत से भागकर ले जाने में सफल हो गए। हमले में दो दारोगा और एक सिपाही को चोटें आई हैं। इसके बाद इस मामले में थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार के बयान पर केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि तीन महिला सहित 14 लोगों को नामजद किया गया है।


बताया जा रहा है कि, रात करीब आठ बजे जैसे ही पुलिसकर्मी सूली यादव को लेकर गांव से बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान लाठी-डंडे से लैस अपराधी के समर्थकों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। हमले में दारोगा मनीष कुमार, मणिदर्शन और सिपाही नंदलाल को काफी चोटें आईं। वहीं, मारपीट के बाद हमलावरों ने सुली यादव को मुक्त करा लिया। इस हमला में महिलाएं भी शामिल थीं और वे पुलिसकर्मियों को हत्या की धमकी भी दे रहे थे। 


वहीं, पुलिस अचानक हुए हमले से घबरा गई। जबकि हमलावर अंधेरे का लाभ उठाकर फरार होने में सफल हो गए। बाद में घायल पुलिसकर्मियों को बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के मुताबिक हमले में मुन्ना यादव, दिनेश यादव, देवी यादव और फूलचंद यादव शामिल थे। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में  तीन महिला सहित 14 लोगों को नामजद किया है। 


मालूम हो कि, बाढ़ थाने में कुख्यात सूली यादव के खिलाफ जानलेवा हमला करने और फायरिंग सहित कई मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से फरार चल रहा है। अपने कारनामों से आरोपित डुमरिया और आसपास के क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना हुआ है। ग्रामीणों के मुताबिक सूली रंगदारी मांगने और फायरिंग की कई घटनाओं में शामिल है। गांव के लोग कुख्यात का समर्थन करते हैं।


आपको बताते चलें कि, घटना के बाद पुलिस ने सूली सहित हमला करने वालों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। हालांकि,हैरत की बात यह है कि पुलिस पर हमला व अपराधी को मुक्त कराने की वारदात के 24 घंटे बाद भी किसी वरीय अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा नहीं लिया। लोग नाकामयाबी को लेकर पुलिस पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी के मुताबिक फिलहाल आरोपित गिरफ्तारी के डर से गांव छोड़कर फरार है। पुलिस का अभियान जारी है। जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।