बिहार लौटने वालों से ट्रेन किराया वसूलने का मामला, नीतीश ने फिर केंद्र सरकार पर दोष मढ़ा, कहा- केंद्र के निर्देश पर वसूल रहे है पैसा

बिहार लौटने वालों से ट्रेन किराया वसूलने का मामला, नीतीश ने फिर केंद्र सरकार पर दोष मढ़ा, कहा- केंद्र के निर्देश पर वसूल रहे है पैसा

PATNA : लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारियों की वापसी के लिए ट्रेन का किराया वसूल रही नीतीश सरकार ने इसका दोष केंद्र सरकार के मत्थे मढ़ दिया है. बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने आज कहा कि रेलवे मंत्रालय ने श्रमिकों से ट्रेन का किराया वसूलने को कहा है. लिहाजा बिहार सरकार पैसा ले रही है. बिहार सरकार ने फिर दुहराया है कि बिहार लौटने वाले हर व्यक्ति को ट्रेन का किराया चुकाना ही पड़ेगा.


फजीहत के बावजूद नीतीश सरकार किराया वसूलने पर अड़ी
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने आज फिर मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि रेलवे ने दिशा निर्देश जारी किया है कि उसके श्रमिक स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों को ट्रेन का किराया देना होगा. रेलवे के उसी निर्देश के कारण बिहार सरकार वापस लौट रहे बिहारियों से पैसा ले रही है. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य सरकार तो सिर्फ रेलवे के गाइडलाइंस का पालन कर रही है.


बिहार लौटने वालों ने चुकाया है किराया
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि कल जयपुर से आयी ट्रेन से जो भी व्यक्ति लौटे उन्होंने ट्रेन का किराया दिय़ा. वहीं, केरल और कोटा से आ रहे लोग भी पैसा देकर ही ट्रेन में सवार हुए हैं. जब वे बिहार पहुंच जायेंगे तब बिहार सरकार उन्हें घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगी.


बार-बार नरेंद्र मोदी सरकार को फंसा रहे नीतीश
कोरोना संकट में भारी फजीहत झेल रहे नीतीश कुमार लगातार केंद्र सरकार को फंसा रहे हैं. इससे पहले जब दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्य के बच्चों को कोटा से वापस लाने के लिए बसें भेज दी तो नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार की रोक के कारण वे बच्चों को वापस नहीं ला रहे हैं.  हालांकि उसी दौरान सारे बीजेपी शासित राज्यों के साथ साथ जम्मू-कश्मीर जैसे केंद्र शासित राज्य ने भी बस भेजकर कोटा से अपने बच्चों को वापस बुला लिया. लेकिन नीतीश कुमार बार-बार ये कहते रहे कि केंद्र सरकार के कारण उनके हाथ बंधे हुए हैं.


अब जब केंद्र सरकार ने ट्रेन चलाकर बाहर फंसे लोगों को वापस बुलाने की मंजूरी दे दी तो नीतीश ट्रेन किराया का दोष भी केंद्र सरकार के मत्थे मढ़ रहे हैं.


सियासी जानकार बताते हैं कि बिहार में ये चुनावी साल है और नीतीश विपक्षी पार्टियों से निपटने से ज्यादा बीजेपी को निपटाने पर जोर दे रहे हैं. कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री की ज्यादातर बैठकों में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बुलाया नहीं जा रहा है. डिप्टी सीएम सुशील मोदी को भी मुख्यमंत्री की ज्यादातर बैठकों में बुलाया नहीं जा रहा है. बीजेपी के प्रमुख नेता नीतीश की हर रणनीति को समझ रहे हैं. हालांकि दिलचस्प बात ये है कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी लगातार नीतीश के पक्ष में मोर्चा खोल कर बैठे हैं. कई दफे सुशील मोदी के बयानों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की फजीहत भी हुई है.