बिहार के धीरज ने भाई को मगरमच्छ से बचाया था, पीएम मोदी ने दिया वीरता का राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

बिहार के धीरज ने भाई को मगरमच्छ से बचाया था, पीएम मोदी ने दिया वीरता का राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

PATNA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से संवाद किया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री डा. मुंजपारा महेंद्रभाई और बच्‍चों के साथ उनके माता-पिता और संबंधित जिलों के डीएम भी मौजूद रहे. इस दौरान PM मोदी ने ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके साल 2022 और 2021 के लिए  PMRBP पुरस्कार विजेताओं को डिजिटल प्रमाणपत्र प्रदान किए. जहां बिहार के धीरज कुमार को वीरता श्रेणी में राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार मिला है. 


PM मोदी से बातचीत में धीरज ने बताया कि वह भैंस नहलाने गए थे तभी भाई को मगरमच्‍छ ने पकड़ लिया. धीरज ने यहां जान की परवाह न करते हुए भाई को मगरमच्‍छ के चंगुल से बचाया. इस पर पीएम मोदी ने पूछा कि आपका पसंदीदा सुपरहीरो कौन है. इस पर धीरज ने किसी का नाम नहीं लिया. इसके बाद पीएम ने कहा कि आप जैसे बालक ऐसी घटनाओं में जब अपने भीतर की सारी शक्ति का उपयोग करते हुए किसी की जिंदगी बचाते हैं तो दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं.


PM मोदी ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से संवाद करते हुए बच्चों से कहा कि पुरस्कारों के साथ आपको जिम्मेदारी भी मिली है. अब आप सभी से सबकी अपेक्षा भी बढ़ गई है. और कहा कुछ भी हो आपको दबाव नहीं लेना है इन सब से आप सभी को प्रेरणा लेनी है. PM ने कहा कि आजादी की लड़ाई में वीर बाला कनकलता बरुआ, खुदीराम बोस जैसे वीरों का ऐसा इतिहास है जो गर्व से भर देता है. इन सेनानियों ने छोटी उम्र में ही देश की आजादी को अपने जीवन का मिशन बना लिया था. उसके लिए खुद को समर्पित कर दिया था. आप सभी उन्हीं की तरह कार्य करने हैं. साथ ही PM ने बच्चों से बात करते हुए इंडिया गेट पर कल लगाई गई होलोग्राम प्रतिमा का भी जिक्र किया. मोदी जी ने बच्चों को नेताजी के जीवन से प्रेरणा लेने को कहा. उन्होंने कहा कि जिस तरह नेताजी ने देश के लिए अपने कर्तव्यों को निभाया उसी प्रकार आपको भी देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाना होगा. 


बता दें इस साल बाल शक्ति पुरस्कार की कई श्रेणियों के तहत देशभर से 29 बच्चों को PMRBP-2022 के लिए चुना गया है. जहां है साल पुरस्कार विजेता गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लेते हैं. बाल पुरस्कार भारत में रहने वाले 5 साल से अधिक और 18 साल तक के बच्चों को नवाचार, शैक्षिक उपलब्धि, खेल, कला और संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी जैसे 6 क्षेत्रों में असाधारण क्षमता और उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने पर एक मान्यता के तौर पर दिया जाता है. जानकरी हो पीएमआरबीपी के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है. इस नकद को पीएमआरबीपी 2022 विजेताओं के संबंधित खातों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.