PATNA : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में कोरोना टेस्ट की धीमी रफ्तार के लिए पूरी तौर पर मंगल पाण्डेय जिम्मेवार हैं। वे अपनी जिम्मेवारियों से एक बार फिर उसी तरह भाग रहे थे जैसे वे चमकी बुखार के वक्त कर रहे थे।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बार-बार अनुरोध कर रहा हूं कि बिहार में कोरोना संकट के मद्देनजर चिकित्सकीय क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए। उनसे कोरोना संदिग्धों की ज्यादा से ज्यादा जांच के लिए रैंडम और रेग्यूलर टेस्ट की मांग कर रहा हूं। लेकिन बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री की लापरवाही से बिहार टेस्ट के मामले में लगातार पिछड़ रहा है। उन्होनें कहा कि टेस्ट संबंधी तमाम गड़बड़ियों के लिए बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय पूरी तरह जिम्मेवार हैं। वे उसी तरह अपनी जिम्मेवारियों से भाग रहे हैं जिस तरह वे चमकी बुखार के वक्त भाग रहे थे।
तेजस्वी यादव ने सरकार के खिलाफ आरोपों के अपने दावों को पुख्ता करने के लिए आंकड़ों का सहारा लिया है। उन्होनें आंकड़ों के जरिए साबित किया है कि बिहार में देश के मुकाबले टेस्टिंग रेशियों काफी कम है।तेजस्वी यादव बार-बार बिहार में टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले भी वे सरकार को इस मुद्दे पर घेर चुके हैं।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार स्क्रीनिंग के दावों पर सवाल उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के दिए गये आंकड़ों पर सवाल उठाया था। तेजस्वी यादव ने मंगल पांडे द्वारा 6 और 7 मई को किए गए ट्वीट्स का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा था कि, 'बिहार के स्वास्थ्य मंत्री 6 मई, रात्रि 8.13 बजे बताते है कि 9.25 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है। फिर 7 मई, दिन 1.15 बजे बताते है कि 10 करोड 11 लाख लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है यानि चंद घंटों में 86 लाख लोगों की स्क्रीनिंग। पहले इनका खुद का स्क्रीनिंग कराना चाहिए।'