PATNA: बिहार में कागजी स्टाम्प बंद हो रही है. नागपुर के प्रेस से कागज पर प्रिंट होकर आने वाले स्टांप पेपर की बिक्री बंद हो जाएगी. जिसका सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा. आम लोग अपनी जरूरत के अनुसार से स्टांप पेपर की खरीद कर सकेंगे. जिसका हिसाब ऑनलाइन रहेंगा. वही नकली स्टांप पेपर की बिक्री पर भी रोक लगेगी. यह सुविधा मद्य निषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग बनाए जाने वाले नए सॉफ्टवेयर में उपलब्ध कराया जा रहा है. इसलिए अब राज्य में एक अप्रैल से ई-स्टांप की बिक्री होगी.
बता दें अधिकारियों के अनुसार हाई सिक्योरिटी फीचर के साथ ई-स्टांप पेपर निकालने की तैयारी की जा रही है. इससे नकली स्टांप पेपर की बिक्री पर रोक लगाई जा सके. इसके साथ ही नागपुर के प्रेस से मंगाए जाने वाले स्टांप पेपर के खरीद-बिक्री पर होने वाले खर्च को कम किया जा सके. जिससे आम लोग को सहूलियत तो होगी ही और साथ में राजस्व भी बढेगा. स्टांप पेपर होगा क्यूआर कोड : स्टांप पेपर पर लोगों का नाम छपने के साथ क्यूआर कोड पेपर होगा. आम लोग अपने एंड्रायड मोबाइल में वेंड एप्लिकेशन डाउनलोड कर क्यूआर कोड लाइ स्कैन करेंगे. इससे सही और नकली स्टांप स्टांप पेपर की पहचान होगी.
फिलहाल निबंधन कार्यालयों में मिलने वाले ई-स्टांप पेपर में सिक्योरिटी फीचर कम है. जिस वजह से वेंडरों को बेचने की अनुमति नहीं दी गई है. लाइसेंसी वेंडरों को रखना होगा कम्प्यूटर और प्रिंटर: स्टांप पेपर बेचने वाले वेंडरों को कम्प्यूटर- प्रिंटर रखना होगा. जिससे वेंडरों को ऑनलाइन जरिए से ई-स्टांप पेपर बेचने की अनुमति मिलेगी. जो अभी ट्रेजरी से बिक्री होने वाले स्टांप पर वेंडरों को 6% कमीशन मिलता है.