बिहार और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वाराणसी में रखेंगे विशेष नज़र, बनाये गये ऑब्ज़र्वर

बिहार और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वाराणसी में रखेंगे विशेष नज़र, बनाये गये ऑब्ज़र्वर

PATNA : उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए हुए मतदान का परिणाम आज आएगा. विधान सभा चुनाव के लिए वोटिंग सात चरणों में हुई थी.  7 मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान हुआ था. इसके बाद से ही बनारस सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में ईवीएम को लेकर हंगामा व बवाल की ख़बरें आने लगी. हंगामे के बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को वाराणसी व मेरठ में विशेष पर्यवेक्षक तैनात किया है. 


बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एच आर श्रीनिवास को वाराणसी और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रनवीर सिंह को मेरठ में मतगणना कराने की जिम्मेदारी दी गयी है. एचआर श्रीनिवास 1996 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. वे बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रूप में 2018 से पदस्थापित हैं. उनके अबतक के कार्यकाल में बिहार विधानसभा और लोकसभा का निष्पक्ष चुनाव कराया जा चुका है. एचआर श्रीनिवास को कोरोना काल में राज्य में उन्हें चुनाव कराने का भी अनुभव है.


वहीं, मंगलवार को ईवीएम व बैलेट पेपर को लेकर बवाल में बनारस के एडीएम आपूर्ति नलिनीकांत सिंह को निलम्बित कर दिया गया है जबकि सोनभद्र में घोरावल के एसडीएम रमेश कुमार को जिला मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है. दूसरी तरफ आजमगढ़ के जिला निर्वाचन अधिकारी अमृत त्रिपठी ने अजमतगढ़ के बीडीओ राजीव कुमार शर्मा के निलंबन की संस्तुति की है. यह कार्रवाई बीडीओ के स्कार्पियों में कुछ सादे बैलेट पेपर मिलने पर की गई है. इसे लेकर सपाइयों ने जमकर हंगामा कर दिया था.


आपको बता दें कि मंगलवार को सपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने वाराणसी, बरेली, कानपुर सहित कई जिलों में ईवीएम में फेरबदल व धांधली का आरोप लगाकर हंगामा किया था. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्यकर्ताओं को स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया था. रात में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व में नेताओं ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष मतगणना के साथ वाराणसी के जिलाधिकारी व व मंडलायुक्त को हटाने की मांग की थी.