भारत ने रचा इतिहास: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग

भारत ने रचा इतिहास: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग

DESK: भारत की बड़ी सफलता से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हो गयी है। इसरो ने चंद्रमा में इतिहास रच दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम अंतरिंक्ष में नए भारत के नए उड़ान के साक्षी बने हैं। ये पल नये भारत के बढ़ते कदम हैं।  


चांद के दक्षिणी ध्रूव पर चंद्रयान-3 ने लैंडिंग किया है। चंद्रमा पर लैंडिंग करने वाला दुनियां का पहला देश भारत बन गया है। पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग के लिए देश के 140 करोड़ देशवासियों को कोटि-कोटि बधाई देता हूं और इस काम में लगे वैज्ञानिकों को भी बधाई देता हूं। ये पल अविश्वसनीय और अभूतपूर्व है।


अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये पल विकसित भारत के शंखनाद का है। रूस और चीन जो काम नहीं कर पाये वो काम भारत ने करके दिखाया है। चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग से देशभर में जश्न का माहौल है। आज के इस दिन को देश हमेशा के लिए याद रखेगा। यह दिन उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। ये दिन इस बात का प्रतिक है कि हार से सबक लेकर जीत कैसे हासिल की जाती है। देश के सभी वैज्ञानिकों को बहुत बहुत बधाई। और भविष्य के मिशन के लिए ढेरों शुभकामनाएँ।    


इसरो का चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल सफलतापूर्वक चांद पर उतर गया। इसरो के मुताबिक, लैंडर ने तय समय 6.04 बजे चांद पर लैंड करने में सफलता पायी है। इस दौरान इसरो ने बेंगलुरु में मिशन के कंट्रोल कॉम्पलेक्स से लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया का लाइव टेलीकास्ट किया। इस ऐतिहासिक मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों और देशवासियों को चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी। 


15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में हैं। वहां से उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसरो के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पल भारत के उदयमान भाग्य के आह्वान का है। यह अमृतकाल के वर्ष में अमृत की वर्षा का है। हमने धरती पर जो संकल्प लिया उसे चंद्रमा पर करके दिखाया है। यह काम हमारे देश के वैज्ञानिकों ने कर दिखाया है। 


पीएम मोदी ने कहा कि हम आज मून पर पहुंच गये हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अभी हम दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए हैं लेकिन मेरा मन चंद्रयान 3 पर ही केंद्रित था। देश के तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 के चंद्रमा में सफलतापूर्वक उतरने से देश में खुशी का माहौल है। जहां आज तक दुनियां का कोई भी देश नहीं पहुंच सकगा वहां भारत पहुंच गया है। भारत में लोग धरती को मां और चांद को मामा कहते हैं। कभी कहा जाता था कि चंदा मामा दूर के..लेकिन अब बच्चे कहेंगे चंदा मामा बस एक टूर के हैं...