ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में युवक गंभीर रूप से घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका बिहार चुनाव 2025: अब मोबाइल से मिनटों में डाउनलोड करें अपना वोटर आईडी कार्ड, जानिए DigiLocker से पूरा प्रोसेस Bihar Election 2025: पहले चरण में 121 विधानसभा सीटों पर मतदान कल, इतने बूथों पर होगी वोटिंग; चुनाव आयोग ने किए पुख्ता इंतजाम Bihar Election 2025: बिहार चुनाव बना वैश्विक लोकतंत्र की सीख का केंद्र, इतने देशों के अधिकारी पहुंचे पटना; EVM सेंटर से पोलिंग बूथ तक लेंगे जानकारी Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण: 18 जिलों की 121 सीटों पर कल पड़ेगा वोट, 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे इतने उम्मीदवारों का फैसला Kartik Purnima 2025: आज है कार्तिक पूर्णिमा, जानिए स्नान-दान और देव दिपावली का महत्व

भारत में मंकीपॉक्स की दस्तक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश

1st Bihar Published by: Updated Fri, 15 Jul 2022 02:31:34 PM IST

भारत में मंकीपॉक्स की दस्तक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश

- फ़ोटो

DESK : दुनियाभर में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामले लोगों को डरा रहे हैं. इस बीच भारत में भी मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि हो गई है. केरल के कोल्‍लम जिले से मंकीपॉक्स का मामला सामने आया है. मरीज हाल ही में विदेश से लौटकर आया था. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर संदिग्‍ध को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. टेस्‍ट में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई. फिलहाल मरीज का इलाज चल रहा है. मामला सामने आने पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को इसको लेकर चिट्ठी लिखकर निर्देश दिए हैं.


कोरना वायरस के बीच मंकीपॉक्स की दस्‍तक से सरकार अलर्ट हो गई है. केंद्र ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि देश के हर प्वाइंट ऑफ एंट्री पर मेडिकल स्क्रीनिंग टीम, डॉक्टर, लक्षण वाले और बिना लक्षण के मरीजों की टेस्टिंग, ट्रेसिंग और सर्विलांस टीम का गठन किया जाए. साथ ही राज्यों को अस्पतालों की पहचान कर मंकीपॉक्स के संदिग्ध पुष्ट मामलों के प्रबंधन के लिए पर्याप्त मानव संसाधन और सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. 


बता दें कि मंकीपॉक्स वायरस किसी संक्रमित जानवर के खून, उसके शरीर का पसीना या कोई और तरल पदार्थ या उसके घावों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है. साथ ही मांस या संक्रमित जानवर के दूसरे पशु उत्पादों के सेवन से भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इंसान से इंसान में वायरस के फैलने के मामले अब तक बेहद कम सामने आए हैं. हालांकि, संक्रमित इंसान को छूने या उसके संपर्क में आने से संक्रमण फैल सकता है. इतना ही नहीं, प्लेसेंटा के जरिए मां से भ्रूण यानी जन्मजात मंकीपॉक्स भी हो सकता है.