BHAGALPUR : कोरोना संक्रमितों को लेकर भागलपुर में बड़ी लापरवाही सामने आई है. मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज करते हुए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के पीजी का जो छात्र कोरोना का शिकार हुआ है उसे डॉक्टरों ने 17 घंटे तक छुआ भी नहीं.
कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद बुधवार की रात 11 बजे डॉक्टर को आईसीयू के पास स्त्री एवं प्रसूति रोग के पेइंग वार्ड में भर्ती किया गया था, लेकिन गुरुवार की दोपहर तक कोई उसे देखने तक नहीं आया.
पीड़ित डॉक्टर ने फोन करके अस्पताल के जिम्मेदार पदाधिकारियों को जांच व दवा शुरू नहीं होने की शिकायत भी की थी, लेकिन इसके बाद भी किसी ने उसकी नहीं सुनी. अब सब सफाई देते नजर आ रहे हैं कि अगर वह आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होता तो उसका इलाज शुरू हो जाता. वहीं खबर के मुताबिक अन्य चार कोरोना पॉजिटिव मरीज को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही भर्ती कराया गया था. उनका भी गुरुवार को जांच और इलाज नहीं किया गया. खबर की मानें तो कोरोना वार्ड में तैनात दो डॉक्टर ड्यूटी से गायब थे. वहीं इस बारे में अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि व्यस्तता की वजह से चूक हो गई है. सभी पांचों मरीजों का शुक्रवार को जांच व इलाज किया जाएगा.