बेगूसराय में मर्डर, सरकारी एंबुलेंस चालक की निर्मम हत्या

बेगूसराय में मर्डर, सरकारी एंबुलेंस चालक की निर्मम हत्या

BEGUSARAI :  बेगूसराय में बेखौफ अपराधियों ने मंडल कारा के सरकारी एंबुलेंस चालक के दोनों हाथ का नस काट और गला दबाकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी. इस हत्या के बाद इलाके में सनसनीफैल गई है.

 घटना नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक स्थित एनएच 31 के की है. मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के मोहम्मद पुर वार्ड नंबर-38 निवासी पन्नू रजक के 40 साल के धर्मेंद्र रजक के रूप में की गई है. बताया जाता है कि कल देर शाम मंडल कारा में सजा काट रहे गंभीर रूप से बीमार रेफर मरीज कैदी को सदर अस्पताल बेगुसराय से पीएमसीएच में ले गया था , कैदी को भर्ती कराकर बेगूसराय लौटने के दौरान सुभाष चौक के निकट एनएच-31 पर अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया गया है.

परिजनों ने बताया कि अपराधियों ने पहले मृतक के दोनों हाथ की नस को काटा, उसके बाद एसिड पिलाई फिर गला दबा दी.  नगर थाने के पुलिस उस रास्ते से गुजर रही थी तभी उनकी नजर एंबुलेंस चालक पर पड़ी तो वह गंभीर हालत में खून से लथपथ बेहोश पड़ा  मिला. जिसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई. 

परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस तरीके से अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है वह कहीं ना कहीं सोची समझी साजिश के तहत की गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि जब बीमार कैदी को लेकर पीएमसीएच पटना ले गया तो एक भी सिपाही उसके साथ क्यों नहीं था.अगर उनके साथ एक भी सिपाही रहते तो आज इनकी हत्या नहीं होती. परिजनों ने सरकार से  इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.  

 मिली जानकारी के अनुसार मृतक धर्मेंद्र रजक 20 साल से बेगूसराय मंडल कारा में कार्यरत थे. फिलहाल नगर थाने के पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.  बरहाल जो भी हो जिस तरीके से मंडल कारा के एंबुलेंस चालक की हत्या के बाद एक बार फिर जेल प्रशासन पर सवाल खड़ा होते नजर आ रहा है.