RANCHI : झारखंड में आज हेमंत कैबिनेट का विस्तार किया गया है। इस कैबिनेट विस्तार में बेबी देवी को जगह दी गई। बेबी देवी ने कैबिनेट में 11 वें मंत्री के रूप पे शपथ ग्रहण किया। बेबी देवी को राजभवन के दरबार हॉल में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शपथ दिलाया। लेकिन, सबसे बड़ी बात यह रही कि इस शपथ ग्रहण समारोह में किसी को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई। जिससे नाराज होकर जेएमएम के नेता और मंत्री वापस लौट रहे हैं।
दरअसल, झारखंड के शिक्षा मंत्री रहे स्व. जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को राजभवन में आज मंत्री पद की शपथ लिया। इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मिथिलेश ठाकुर शपथ राजभवन पहुंचे थे. लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गयी। जिससे नाराज होकर वे लौट गये। उन्होंने कहा कि वे इस समारोह में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र के इशारे पर राजभवन काम कर रहा है, यह लोकतंत्र पर कुठाराघात है। मंत्रियों को नहीं जाने देना,पूरी तरह से तानाशाही है। इसके आलावा हाफिज उल हसन को भी राजभवन जाने से मना कर दिया। लेकिन, बाद में बहुत जबरदस्ती करने पर उन्हें जाने की अनुमति दी गई।
वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्री हफीजुल अंसारी राजभवन की पाबंदियां पर आपत्ति प्रकट की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को नहीं जाने दिया जा रहा है। मंत्री तक को राजभवन के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसको लेकर उन्होंनेफोन लगाकर सीएमओ और राजभवन के अफसरों से बातचीत की। जिसके बाद उन्हें अंदर जान की अनुमति दी गई।
आपको बताते चलें क, स्वर्गीय जगन्नाथ महतो की पत्नी का शपथ ग्रहण है और उनके क्षेत्र के कार्यकर्ताओं व मंत्रियों को नहीं जाने देना यह दर्शाता है कि राजभवन केंद्र और भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है. इसकी बड़ी कीमत केंद्र सरकार और भाजपा को उठाना होगा।