‘अयोध्या में ना किसी के पिता का श्राद्ध हो रहा है और ना ही औरत-बेटा की शादी’ राम मंदिर का नाम सुनते ही भड़के नीतीश के ये नेता

‘अयोध्या में ना किसी के पिता का श्राद्ध हो रहा है और ना ही औरत-बेटा की शादी’ राम मंदिर का नाम सुनते ही भड़के नीतीश के ये नेता

NALANDA: इंडी गठबंधन में शामिल दलों के नेता लगातार सनातन और हिंदू देवी-देवताओं को लेकर जहर उगल रहे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू खुद को सभी धर्मों को समान मानने की बात करती है लेकिन नालंदा में आज जेडीयू के सांसद कौशलेंद्र कुमार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बात सुनकर भड़क गए और कहा कि वहां ना किसी के बेटा का शादी हो रहा है और ना ही किसी के पिता का श्राद्ध है, फिर न्योता क्यों बांटा जा रहा है।


दरअसल, आगामी 22 जनवरी को वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इस कार्यक्रम के लिए पक्ष और विपक्ष के नेताओं को न्योता भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया है। आज जब मीडिया ने नालंदा के जेडीयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार से पूछा कि क्या उन्हें प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए न्योता मिला है, इसपर वे मीडियाकर्मियों पर ही भड़क गए और अनाप-शनाप बोलने लगे।


गुस्से से आपा खो चुके जेडीयू सांसद ने कहा कि, ‘उसके बेटा का बियाह है कि उ निमंत्रण दे रहा है.. निमंत्रण उ कौची देगा.. नहीं दिया त.. न गए थे अयोध्या.. अयोध्या में जाइए.. हम लक्ष्मण किला में बराबर ठहरते हैं.. क्या दिक्कत है.. न्योता के क्या जरुरत है.. वो न्योता क्यों दे रहे हैं.. किन्ही के पिता जी का श्राद्ध है.. कि किन्हीं के औरत-बेटा का बियाह है.. वो जो न्योता दे रहा है.. बेवकूफ आदमी न्योता दे रहा है.. अयोध्या सबका है.. अगर कोई कब्जा में लेना चाह रहा है तो उनका कब्जा में थोड़े अयोध्या हो जाएगा’।


जेडीयू सासंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना निशाना साधा कि, ‘अभी अयोध्या में जो बुलावा आ रहा है.. वो(मोदी) बुला रहे हैं.. भगवान राम का पूजा एक दिन में खत्म नहीं होने वाला है.. सिर्फ 22 तारिख से काम नहीं चलेगा.. 22 तारिख को वैसे लोग आवें..पति और पत्नी मिलकर वहां भगवान राम-सीता का कल्याण करे.. उनसे जाकर आशीर्वाद लें..अगर बिना सीता के चले गए न.. त उनका (मोदी) भी कल्याण होने वाला नहीं है 2024 में.. निश्चित मान लीजिए कि.. सीता का अगर कोई अपमान कर रहा है.. तो वह आदमी 2024 में आने वाला नहीं है’।