DESK : प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ की हत्या के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक और अहम निर्णय किया है। अब इस मामले की जांच के लिए अब तीन सदस्यीय दो एसआईटी (SIT) गठित कर दी गई है। ये दोनों एसआईटी की जिम्मेदारी राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी गई है। इससे पहले इसी मामले में सरकार तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन कर चुकी है। जिसे दो महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी है।
दरअसल, अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड को लेकर अब दो एसआईटी का गठन किया गया है। इस दोनों टीम में तीन-तीन मेंबर शामिल किए गए हैं। इसमें से एक एसआईटी अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन के नेतृत्व में गठिन की गई है, जिसमें वह अध्यक्ष होंगे, जबकि पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट प्रयागराज और निदेशक विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ इसमें सदस्य बनाए गए हैं।
जबकि, दूसरी एसआईटी में अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सतीश चंद्र मुख्य विवेचक बनाए गए हैं। वहीं,सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली सतेंद्र प्रसाद तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सह विवेचक बनाए गए हैं। इससे पहले योगी सरकार ने रविवार को न्यायिक जांच के लिए आयोग का गठन किया है। इसमें इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविन्द कुमार त्रिपाठी द्वितीय की अध्यक्षता में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी को बतौर सदस्य आयोग में शामिल करते हुए तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है। आयोग मामले की जांच के बाद दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा।
मालूम हो कि, मेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीब और अशरफ कि शनिवार रात केल्विन अस्पताल परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस की टीम मेडिकल जांच को लेकर अस्पताल पहुंची थी जहां मीडिया से बात करने के दौरान इनके ऊपर गोलीबारी की गई और मौके ए वारदात पर दोनों डॉन ब्रदर्स की हत्या हो गई।