‘चुनाव के समय आना-जाना लगा रहता है, इसमें कौन सी बड़ी बात है’ : अशफाक करीम और वृषिण पटेल के इस्तीफे पर बोले तेजस्वी

‘चुनाव के समय आना-जाना लगा रहता है, इसमें कौन सी बड़ी बात है’ : अशफाक करीम और वृषिण पटेल के इस्तीफे पर बोले तेजस्वी

PATNA : लोकसभा चुनाव से पहले आरजेडी को झटके पर झटके लग रहे हैं। एक तरफ जहां आरजेडी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने इस्तीफा देकर जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है तो दूसरी तरफ पूर्व मंत्री वृषिण पटेल ने भी आरजेडी के उपाध्यक्ष पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के दो बड़े नेताओं के इस्तीफे के बावजूद तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।


आरजेडी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम और वृषिण पटेल के इस्तीफे पर तेजस्वी ने कहा कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। क्या किए, क्या नहीं किए, इससे क्या फर्क पड़ता है। जो सबसे बड़ा मुद्दा है उसपर बात कीजिए। चुनाव का समय है आना-जाना चलता रहता है। इसमें कौन सी नई बात है। चुनाव में यह सब चीजें बहुत ही आम बात है और लोग इन सब पर ध्यान भी नहीं देते हैं। सभी लोग जानते हैं कि कारण क्या है।


बता दें कि लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर सभी दलों के भीतर नेताओं की नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं। टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता अपने भविष्य को देखते हुए पाला बदल रहे हैं। इसी कड़ी में सीमांचल में मुस्लिम मतदाताओं के बीच बड़ी पैठ रखने वाले पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम आरजेडी से इस्तीफा देकर जेडीयू में शामिल हो गए। उन्होंने दावा किया कि अब तक मुसलमानों के जो 90 फीसदी वोट आरजेडी को मिलते थे अब वह जेडीयू को मिलेंगे।


उधर, अशफाक करीम के इस्तीफे के बीच आरजेडी को एक और बड़ा झटका उस वक्त लगा, जब बिहार सरकार के पूर्वमंत्री और पूर्व सांसद वृषिण पटेल ने आरजेडी से इस्तीफा दे दिया। वृषिण पटेल ने आरजेडी के उपाध्यक्ष पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कहा जा रहा है कि वह भी जल्द ही अपने पुराने घर जेडीयू में वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि अब समर्पित कार्यकर्ताओं की आरजेडी को जरूरत नहीं है। आरजेडी को अब सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सौहार्द में आस्था नहीं रही।