ARA : कोरोना संकट की महामारी के बीच सरकार की ओर से लगातार लॉक डाउन को सख्ती के साथ लागू करने की अपील की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकारों को भी अपने इलाके में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन को सख्ती के साथ लागू करने का निर्देश दिया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार में वीआईपी ट्रीटमेंट की भी घटनाएं सामने आ रही हैं. नवादा में हिसुआ विधायक को कोटा से बेटी को लाने के लिए पास जारी करने के आरोप में सरकार ने नवादा एसडीओ अनु कुमार को सस्पेंड कर दिया है.
VIP ट्रीटमेंट का आरोप
ऐसा ही एक मामला भोजपुर जिले से सामने आया है. जहां आरा सदर एसडीओ अरुण प्रकाश की ओर से भी एक ऐसा ही लेटर जारी करने का आरोप लगाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर बाकायदा एक पत्र भी जिले में वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह पत्र अनुमंडल पदाधिकारी अरुण प्रकाश की ओर से जारी किया गया है. जिसमें यह लिखा हुआ है कि कतीरा इलाके में जय प्रकाश नगर के रहने वाले अमरेंद्र कुमार सिंह के बड़े भाई का बेटा कोटा में पढ़ता है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरे बिहार में 14 अप्रैल (पत्र में लिखी हुई पुरानी तारीख) तक लॉक डाउन किया गया है. जसिके कारण वहां (कोटा में) खाने-पीने की दिक्कत हो रही है. विशेष परिस्थिति में 14 अप्रैल को अमरेंद्र कुमार सिंह के निजी गाड़ी संख्या- BR01 PG 0571 से जाने और कोटा से आने की अनुमति कुछ शर्तों के आधार पर दी जाती है.
आरा एसडीओ ने किया खंडन
इस आरोप को लेकर फर्स्ट बिहार की टीम के साथ आरा एसडीओ की बातचीत हुई. सदर एसडीओ अरुण प्रकाश ने पत्र को फर्जी बताते हुए कहा कि मेरे द्वारा एक भी पास निर्गत नहीं किया गया है. साजिश के तहत गलत पत्र को वायरल किया जा रहा है. जिसने यह किया है, उसके ऊपर मैं नवादा थाना में प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने जा रहा हूं. जिस व्यक्ति ने इसे वायरल किया है, उसे साइबर सेल के तहत पकड़कर कार्रवाई की जाएगी. मेरे हस्ताक्षर से कोई टेम्परिंग कर के पत्र को वायरल कर रहा है. इस तरह का कोई भी पास मेरे द्वारा निर्गत नहीं किया गया है.
डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा -
एसडीओ अरुण प्रकाश ने आगे कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ इस विषय में बातचीत हुई है. मैं कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं. इस मामले में फर्स्ट बिहार की टीम ने जब डीएम रोशन कुशवाहा से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि इस पत्र को जारी करने को लेकर एसडीओ ने इनकार किया है. उनकी ओर से जल्द ही आधिकारिक रूप से मामले के स्पष्टीकरण की घोषणा की जाएगी.
नवादा एसडीओ अनु कुमार सस्पेंड
ऐसे ही वीआईपी ट्रीटमेंट के एक मामले में राज्य सरकार ने नवादा के एसडीओ को सस्पेंड कर दिया है. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक नवादा के एसडीओ अनु कुमार को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही काम में लापरवाही बरतने के लिए अनुशासनिक कार्रवाई के लिए नवादा के डीएम को आदेश दिया गया है. बता दें कि नवादा जिले के हिसुआ से बीजेपी विधायक अनिल सिंह का ट्रेवेल पास जारी करने के आरोप में बड़ी कार्रवाई की गई है. नवादा सदर SDO अनु कुमार सस्पेंड हो गए हैं. बीजेपी विधायक का ट्रेवेल पास आवेदन को बिना जांच पड़ताल किये पास जारी करने के आरोप में निलंबित करने की कार्रवाई की गई है. कोरोना महामारी के दौरान कमा में बड़ी लापरवाही को देखते हुए एसडीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. दरअसल कोरोना को लेकर घोषित लॉक डाउन में अत्यंत विशेष परिस्थिति को छोड़कर किसी भी वाहन के लिए अन्तर्राज्यीय पास निर्गत करने का नियम नहीं है.
सोशल मीडिया पर वायरल पत्र की कॉपी -
नवादा SDO की निलंबन की कोपी -