पुलिस गिरफ्त से आरोपी को छुड़ाकर ले गए लोग, मुंह देखती रह गई सुशासन की रॉबिन हुड पुलिस

पुलिस गिरफ्त से आरोपी को छुड़ाकर ले गए लोग, मुंह देखती रह गई सुशासन की रॉबिन हुड पुलिस

PATNA :  बिहार में इन दिनों आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ रही है. बिहार पुलिस की टीम अपराध पर नकेल कसने की कोशिश में जुटी हुई है लेकिन इसके बावजूद भी अपराधियों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है. वहीं, दूसरी ओर आरा से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जो भोजपुर पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करती है. दरअसल पुलिस हिरासत से कुछ लोग एक शख्स को छुड़ा ले गए, जिसके ऊपर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है.


मामला भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड का है. जहां सिन्हा ओपी की हिरासत से कुछ लोग के अभियुक्त को छुड़ा कर ले गए. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि एक शख्स को एससी/एसटी एक्ट और धारा 307 के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. जिसे पुलिस ने पकड़ा था.


गिरफ्तार आरोपी को छुड़ाने के लिए स्ताहनीय लोगों ने सड़क पर हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने पुलिस से आरोपी को छोड़ने की अपील की. वे लोग पुलिस के ऊपर अभियुक्त को छोड़ेने का दबाव बनाने लगे. एक स्ताहनीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिन्हा ओ पी के इंचार्ज विपुल कुमार का कहना है कि एससी/एसटी एक्ट और धारा 307 के आरोप में सोमारु यादव को गिरफ्तार किया था. लोगों ने जब बवाल किया तो आरोपी को छोड़ना पड़ा.


दरअसल सिन्हा गांव के पीडीएस दुकानदार चैत राम ने सोमारु यादव समेत अन्य के खिलाफ एससी/एसटी और अन्य धारा के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराया था. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर आउटपोस्ट में रखा. कुछ देर ओपी में रखने के बाद जब पुलिस उसे बड़हरा थाने को सौंपने जा रही थी. इस दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस वैन कोचारों तरफ से घेर लिया और हंगामा शुरू कर दिया.



इस मामले में फर्स्ट बिहार की टीम ने भोजपुर के एसपी हरकिशोर राय और आरा के डीएसपी से फोन कर पुलिस का पक्ष जानने की कोशिश की. हालांकि दोनों ही अफसरों की ओर से इस घटना के संबंध में कोई भी जवाब फिलहाल नहीं मिल पाया.