1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 21 Feb 2023 02:37:12 PM IST
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DESK: कश्मीर में आतंक फैलाने वाले आंतकी और हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्य इम्तियाज आलम उर्फ बशीर अहमद पीर की हत्या पाकिस्तान में कर दी गई है। इम्तियाज आलम नंबर तीन कमांडर था जिसकी पाकिस्तान के रावलपिंडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पिछले साल ही 4 अक्टूबर को भारत सरकार ने उसे आतंकवादी घोषित कर दिया था।
बता दें कि, इम्तियाज आलम मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बाबरपोरा इलाके का रहने वाला था, जो फिलहाल पाकिस्तान के रावलपिंडी में रह रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार की कई अधिसूचना में कहा गया है कि इम्तियाज आलम कई ऑनलाइन प्रचार समूहों में शामिल होकर "हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और अन्य की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए पूर्व-आतंकवादियों और अन्य कैडरों को एकजुट करने का काम करता था।
इम्तियाज आलम को मार्च 2007 में पाकिस्तानी सेना के सैन्य खुफिया निदेशालय ने हिरासत में लिया था। लेकिन ISI के आदेश पर उसे जल्द ही रिहा कर दिया गया था। इम्तियाज आलम ने उस समय 12 आतंकियों की टीम 'उत्तरी डिवीजन कमांडर' मोहम्मद शफी डार को मजबूत कराने के लिए भेजा था। इम्तियाज आलम ने मई 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन को छोड़ खिलाफत की स्थापना और शरिया कानूनों को लागू करने का आह्वान किया था। वहीं 23 मई, 2019 को इम्तियाज आलम पर कश्मीर में अल-कायदा की शाखा अंसार गजवत-उल-हिंद के मुख्य कमांडर जाकिर मूसा को मारने का आरोप लगाया गया था।
वहीं, भारत ने हिजबुल मुजाहिदीन पर अपनी पकड़ कस ली है।बता दें कि, दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। जिनकी पहचान शोपियां के निवासी एम अब्बास वागे, गौहर अहमद मीर और निसार अहमद शेख के रूप में हुई थी। इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि, तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने 1 पिस्तौल,2 पिस्तौल मैगजीन और 13 जिंदा पिस्टल राउंड बरामद किए थे।