DESK: एक समय था जब देश की सेवा के लिए लोग भारतीय सेना में जाना चाहते थे। लोगों का यह सपना होता था कि वे थल सेना, नौ सेना, वायुसेना में शामिल होकर देश की सेवा करें। सेना में चयनित होने के बाद ट्रेनिंग की प्रक्रिया पूरी करते थे जिसके बाद इनकी तैनाती की जाती थी। वही अब मोदी सरकार अग्निपथ योजना लेकर आए। इसके तहत 4 साल के लिए अग्निवीरों की बहाली होगी। लेकिन इसे लेकर अब युवाओं का मोहभंग होता दिखने लगा है क्योंकि कई युवा ट्रेनिंग पिरियड में ही इसे छोड़कर चले जा रहे हैं।
अग्निपथ योजना युवाओं के लिए एक प्रकार की स्किम है जिसमें 4 साल के लिए सेना के तीनों विंग (नौसेना, थल सेना और वायुसेना) में युवाओं को सेवा देने का मौका मिलेगा। पहले साल 30 हजार, दूसरे साल 33 हजार, तीसरे साल 36,500 और अंतिम वर्ष यानी चौथे साल 40 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा। 4 साल बाद चयनित हुए अग्निवीरों में से 25 प्रतिशत को परमानेंट कर दिया जाएगा और बाकी जवानों को एक मुश्त रकम देकर रिटायर कर दिया जाएगा। लेकिन इन्हें पेंशन नहीं मिलेगा।
अग्निपथ के इस स्कीम से अब युवाओं का मोहभंग होता दिख रहा है। अग्निवीर के लिए ट्रेनिंग ले रहे युवा अलग-अलग कारण बताकर बीच में ही ट्रेनिंग छोड़कर चले जा रहे हैं। बीच में ट्रेनिंग छोड़ने वाले अग्निवीरों से अब सरकार खर्च वसूलने की तैयारी कर रही है। ऐसे में सेना को अलविदा कहने वाले युवाओं पर अब कार्रवाई हो सकती है।
बता दें कि अग्निवीर के पहले बैच की ट्रेनिंग समाप्त हो चुकी है अब दूसरे बैच की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। भारतीय सेना में अगले महीने पहला बैच शामिल हो जाएगा। पहले बैच में 50 से ज्यादा युवा बीच में ट्रेनिंग छोड़कर चले गये हैं वही दूसरे बैच का भी अमूमन यही हाल है। जबकि ट्रेनिंग बीच में छोड़कर जाने का कोई नियम नहीं है। जो युवा ऐसा कर रहे हैं उन पर अब कार्रवाई होगी। उनकी ट्रेनिंग में होने वाला पूरा खर्च युवकों से वसूला जाएगा।