DELHI : सेना बहाली को लेकर मोदी सरकार की तरफ से लाई गई अग्निपथ स्कीम का जिस तरह विरोध हुआ है, उसने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सरकार जिस मकसद से अग्निपथ योजना लेकर आई दरअसल वह शुरू होने से पहले ही विवादों में घिर गया। कई राज्यों में छात्रों ने इस योजना का हिंसक विरोध शुरू किया तो अब सरकार इसका तोड़ निकालने में जुट गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अग्निपथ स्कीम और छात्र आंदोलन को लेकर एक बेहद महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। सुबह 11 बजे यह बैठक होनी है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में अग्निपथ इसकी को लेकर छात्रों के बीच जो संशय है उसे खत्म करने पर चर्चा की जाएगी। हालांकि सरकार इस योजना को वापस लेगी ऐसी उम्मीद नहीं जताई जा रही है। लेकिन इतना जरूर है कि भ्रम की स्थिति दूर करने के लिए केंद्र सरकार कोई ठोस पहल कर सकती है।
केंद्र सरकार ने जब अग्निपथ स्कीम को लांच किया था तब यह सोचा भी नहीं होगा कि इसे लेकर आशंकाएं इतनी ज्यादा बढ़ेगी कि छात्रों का आंदोलन कई राज्यों में फैल जाएगा। बिहार समेत लगभग एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में इस वक्त छात्र आंदोलन कर रहे हैं। बिहार में आंदोलन सबसे ज्यादा हिंसक नजर आया है। शुक्रवार को बिहार में जो कुछ हुआ वह अपने आप में अभूतपूर्व था। कई शहरों में ट्रेनें जला दी गई और साथ ही साथ सड़क पर चलने वाले लोगों को भी निशाना बनाया गया। आखिरकार नीतीश सरकार में बिहार के ज्यादातर जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी। बिहार में पहली बार इंटरनेट सेवा को इतने बड़े स्तर पर बंद किया गया है। नीतीश सरकार ने 12 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश जारी किया लेकिन आज ज्यादातर जिलों में इंटरनेट काम नहीं कर रहा है। ऐसे में रक्षा मंत्री की बैठक क्या कुछ निकलता है उस पर छात्रों का आंदोलन निर्भर करेगा।