समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
1st Bihar Published by: Ranjan Kumar Updated Fri, 24 Nov 2023 06:51:00 PM IST
SASARAM: बिहार की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का बीड़ा उठा चुके शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक लगातार एक्शन में हैं। शुक्रवार को केके पाठक ने रोहतास के विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान क्लासरूम में क्षमता से अधिक बच्चों को देख केके पाठक ने आपत्ति जताई और तुरंत व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। केके पाठक के दौरे को लेकर जिले के शिक्षा महकमें में हड़कंप मचा रहा।
दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक शुक्रवार को सासाराम पहुंचे, जहां उन्होंने कई स्कूलों का निरीक्षण किया। शिवसागर प्रखंड के घोरघट स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे केके पाठक ने एक कक्षा में क्षमता से अधिक छात्राओं को देखकर आपत्ति जताई और कहा कि एक कक्षा में अधिक से अधिक 50 छात्र-छात्राओं को ही बैठाया जाए। जबकि ऐसा देखने को मिल रहा है कि एक कक्षा में 100-100 छात्र-छात्राएं बैठ रही हैं, जिससे पठन-पाठन में दिक्कत हो रही है।
उन्होंने स्कूल के हेडमास्टर को कहा कि विद्यालय के विकास मद से जल्द से जल्द भवन का विस्तार करें। अगर पैसे की कमी है तो विभाग को लिखे, विभाग तुरंत राशि उपलब्ध कराएगा। केके पाठक ने शिक्षकों को हिदायत दी है कि उनके प्रयास के बाद स्कूलों में रेगुलर शिक्षक उपस्थित हो रहे हैं लेकिन यह सिलसिला आगे भी जारी रहना चाहिए।