2 किलो आलू में बन गई 200 बच्चों की सब्जी, मिड डे मील खिलाने पर बच्चों और अभिभावकों ने किया हंगामा

 2 किलो आलू में बन गई 200 बच्चों की सब्जी, मिड डे मील खिलाने पर बच्चों और अभिभावकों ने किया हंगामा

PATNA : भारत सरकार के तरफ से पूरे देश के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के स्टूडेंट दोपहर का भोजन निःशुल्क प्रदान किया जाता है। इसका उद्देश्य  नामांकन बढ़ाने, उपस्थिति तथा इसके साथ- साथ बच्चों में पौषणिक स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से 15 अगस्त 1995 को केन्द्रीय प्रायोजित स्किम के रूप में प्रारंभिक शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पौषणिक सहायता कार्यक्रम शुरू किया गया था। ऐसे में अब समय -समय पर मिड-डे-मिल में धांधली की खबर निकल कर सामने आती रहती है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला सीतामढ़ी से निकल कर सामने आया है। जहां महज दो किलो में 200 बच्चों को खाना खिलाया गया है। 


मिली जानकारी के अनुसार, जिले के बथनाहा प्रखंड क्षेत्र के बैरहा बराही पंचायत के एनएच सतहत्तर धर्मपुर अवस्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में बच्चों ने दोयम दर्जे के भोजन बनाए जाने हंगामा किया। इतना ही बच्चों के साथ ही साथ उसके अभिभावकगण भी हंगामा में शरीक होकर विद्यालय प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। उसके बाद में स्थानीय मुखिया रमेश कुमार मौके पर पहुंचकर आक्रोशित जन समूहों को शांत कराया व प्रधानाध्यापक समेत विद्यालय कर्मियों को भी कड़ी चेतावनी भी दिया।


वहीं, इस मामले में अभिभावकों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते वर्ष 30 दिसम्बर को राजकीय प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर में एमडीएम योजना के तहत बन रहे भोजन में कीड़ा पाया गया था। जिसे प्रधानाध्यापक विजय किशोर रमण ने डंडे की जोर पर जबरन वहीं भोजन विद्यार्थियों को कराया गया था। जिसको लेकर अभिभावकों ने हंगामा किया।


वहीं सूचना पर मौके पर विद्यालय के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य राजो देवी पहुंचकर मामले की जानकारी लिया। जिस पर प्रधानाध्यापक विजय ने विद्यालय के अध्यक्ष के साथ असंवैधानिक व्यवहार करते हुए विद्यालय से बाहर जाने के लिए कहते हुए प्राथमिकी दर्ज कराए जाने की भी बात कहा। जिसके बाद अभिभावकगण प्रधानाध्यापक की दबंगई के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद स्थानीय मुखिया रमेश कुमार मौके पर पहुंचकर विधि व्यवस्था को विधिवत चलाने की चेतावनी देते हुए मामले को शांत कराया है।


इसके मामले में मुखिया रमेश कुमार ने बताया कि विद्यालय में बच्चों की संख्या लगभग 200 छात्र उपस्थित थे। लेकिन 1 बजे तक छात्रोपस्थिति पंजी खाली था। वहीं लगभग 200 बच्चों के लिए 5 किलो चावल का भात व 2 किलो आलू की सब्जी बनाया गया। इससे साबित होता है कि प्रधानाध्यापक श्री विजय बच्चों का शोषण करते हैं। इसको लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।


उधर, इस मामले में प्रधानाध्यापक विजय किशोर रमण ने बताया कि बच्चों की हाजिरी देर से बनाई जाती है। वहीं भोजन बनाना रसोइया का काम है। वहीं उपस्थित रसोइया ने बताया कि सर जी नाप कर देते हैं। जबकि मीनू के अनुसार जीरा राइस और आलू सोयाबीन की सब्जी बननी थी। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बथनाहा सह डीपीओ सुभाष कुमार ने बताया कि डीपीओ एमडीएम सीतामढ़ी को मामले की जानकारी दी गई है, कार्रवाई होगी।