Rahul Gandhi Bihar visit: बिहार दौरे के जरिए कांग्रेस का दलितों को साधने का नया प्लान? राहुल गांधी पटना में देखेंगे ‘फुले’ फिल्म, दलित छात्रों से करेंगे संवाद BrahMos Missile: पाकिस्तान में कोहराम मचाने के बाद दुनिया हुई ब्रह्मोस की मुरीद, चीन के दुश्मन समेत 17 देशों की दिलचस्पी Sensex Nifty: भारत-पाक तनाव में नरमी से शेयर बाजार में उछाल...सेंसेक्स 2000 अंक चढ़ा, 10 सेकंड में निवेशकों की दौलत ₹10.59 लाख करोड़ बढ़ी Cyber Crime: सेक्सटॉर्शन गैंग का इंटरनेशनल नेटवर्क उजागर, झारखंड के उद्योगपति को 16 विदेशी नंबरों से किया गया टॉर्चर Bihar Naxal News: 8 साल बाद धराया पुलिस जीप उड़ाने वाला कुख्यात नक्सली, फ़िल्मी अंदाज में हुई गिरफ्तारी BSF martyr Mohammad Imtiaz: शहीद बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा, राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी श्रद्धांजलि Bihar News: सड़क दुर्घटना में घायल माँ-बेटे की मदद के लिए मसीहा बनकर सामने आए तेजस्वी यादव, जनता से की यह भावुक अपील DGMO level Talk: भारत-पाकिस्तान DGMO की आज दोपहर 12 बजे बातचीत, एयरफोर्स ने कहा – ऑपरेशन सिंदूर जारी Bihar News: STET एग्जाम लेने की उल्टी गिनती शुरू, इन विषयों में होगी परीक्षा, जानें... Bihar Bhumi Dakhil Kharij: अपार्टमेंट फ्लैटधारकों के लिए काम की खबर....राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दी बड़ी जानकारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 23 Mar 2025 12:03:35 PM IST
लाइफ स्टाइल - फ़ोटो google
Life Style: पिछले कुछ वर्षों में शिशुओं को फॉर्मूला मिल्क पिलाने का चलन काफी बढ़ा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फॉर्मूला मिल्क बच्चों की सेहत के लिए कितना सुरक्षित है? हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई फॉर्मूला मिल्क उत्पादों में ऐसे हानिकारक तत्व पाए गए हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
फॉर्मूला मिल्क में पाए गए हानिकारक तत्व
कंज्यूमर रिपोर्ट के अनुसार, लगभग सभी फॉर्मूला मिल्क के सैंपल में पॉलीफ्लोरोएल्काइल (PFAs) पाए गए हैं। कुछ सैंपल में बिस्फेनॉल ए (BPA) और एक्रिलामाइड जैसे केमिकल भी मौजूद थे, जो स्वास्थ्य के लिएखतरनाक माने जाते हैं।
इसके अलावा, कई फॉर्मूला मिल्क उत्पादों में लेड (सीसा) और आर्सेनिक जैसे भारी धातुएं भी पाई गई हैं, जो बच्चों के फेफड़ों और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे शिशुओं को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है।
लेड की मौजूदगी: कितना सुरक्षित है फॉर्मूला मिल्क?
रिपोर्ट के अनुसार, 41 फॉर्मूला मिल्क सैंपल में से 34 में लेड (सीसा) पाया गया। इन सैंपल्स में लेड की मात्रा 1.2 पीपीबी से 4.2 पीपीबी तक थी। हालांकि, किसी भी सैंपल में लेड की मात्रा मानक से अधिक नहीं पाई गई, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, दूध में थोड़ी मात्रा में भी लेडका मौजूद होना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं माना जाता।
फॉर्मूला मिल्क में मौजूद अन्य तत्व
शोध में यह भी सामने आया है कि कई फॉर्मूला मिल्क उत्पादों में सोया प्रोटीन, ताड़ का तेल, भारी धातुएं और कैरेजेनान जैसे तत्व मौजूद होते हैं। ये सभी मिलकर फॉर्मूला मिल्क की गुणवत्ता और सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हैं।
कंपनियों का क्या कहना है?
फॉर्मूला मिल्क बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि वे अपने उत्पादों में जानबूझकर कोई हानिकारक केमिकल नहीं मिलाते। उनका दावा है कि ये तत्व पर्यावरण में पहले से मौजूद होते हैं और खाद्य उत्पादों में मिल सकते हैं।
क्या करें?
अगर आप अपने बच्चे को फॉर्मूला मिल्क पिलाते हैं, तो किसी भी उत्पाद का चयन करने से पहले उसकी सामग्री और गुणवत्ता की जांच जरूर करें। डॉक्टर से सलाह लेना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है, ताकि आपके शिशु की सेहत को कोई नुकसान न पहुंचे।
फॉर्मूला मिल्क का उपयोग बढ़ रहा है, लेकिन इसमें पाए जाने वाले हानिकारक तत्वों को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। माता-पिता को चाहिए कि वे जागरूक रहें और अपने बच्चे के स्वास्थ्य के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प चुनें।