Success Story: “मेरा सपना तो IAS बनना है”, टैक्स डिपार्टमेंट की नौकरी के साथ की पढ़ाई, UPSC पास कर बन गई अधिकारी

Success Story: कहते हैं, अगर दिल में जुनून हो तो कोई ड्यूटी, कोई थकान और कोई मुश्किल आपके रास्ते की दीवार नहीं बन सकती। इसे सच कर दिखाया है शोभिका पाठकने, जिन्होंने इनकम टैक्स ऑफिसर की जिम्मेदारी निभाते हुए भी अपने सपनों को जिंदा रखा और...

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 03 Nov 2025 08:48:32 AM IST

Success Story

सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE

Success Story: कहते हैं, अगर दिल में जुनून हो तो कोई ड्यूटी, कोई थकान और कोई मुश्किल आपके रास्ते की दीवार नहीं बन सकती। इसे सच कर दिखाया है शोभिका पाठकने, जिन्होंने इनकम टैक्स ऑफिसर की जिम्मेदारी निभाते हुए भी अपने सपनों को जिंदा रखा और आखिरकार IAS बनकर सबका दिल जीत लिया। UPSC सिविल सर्विस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 37 हासिल करने वाली शोभिका की कहानी प्रेरणा से भरी है।


शोभिका पाठक का जीवन एक आम लड़की की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी यात्रा है जिसमें हिम्मत, मेहनत और आत्मविश्वास का मिश्रण है। उनकी स्कूली पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल, बेंगलुरु से हुई। वर्ष 2013 में उन्होंने NIT वारंगल में एडमिशन लिया और इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया। तकनीकी दिमाग होने के बावजूद उनके दिल में हमेशा पब्लिक सर्विस का जुनून रहा।


साल 2020 में शोभिका ने पहली बार UPSC सिविल सर्विस परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक 248 हासिल की। उन्हें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में IRS (Indian Revenue Service) कैडर मिला। लेकिन उनके सपने में यह अंतिम लक्ष्य नहीं था। उन्होंने कहा, “मेरा सपना तो IAS बनना है।” इसके बाद उन्होंने ऑफिस की जिम्मेदारियों के साथ-साथ UPSC की तैयारी जारी रखी।


इनकम टैक्स ऑफिसर के रूप में काम करते हुए भी शोभिका ने समय निकालकर रोजाना तैयारी जारी रखी। सुबह ऑफिस जाने से पहले किताबें पढ़ना और रात को ऑफिस से लौटकर नोट्स बनाना उनका रोज़मर्रा का हिस्सा था। उन्होंने कभी थकान या समय की कमी को बहाना नहीं बनाया। कई बार नींद पूरी नहीं हो पाई, लेकिन उनका हौसला और जूनून कभी कम नहीं हुआ।


उनकी यह लगन और मेहनत रंग लाई और साल 2024 में शोभिका ने UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 37 हासिल की। इस उपलब्धि के साथ ही उन्होंने साबित कर दिया कि सपने और जुनून किसी भी कठिनाई को पार कर सकते हैं। शोभिका पाठक की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने यह संदेश दिया कि सपने चाहे कितने भी बड़े हों, सही दिशा, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ उन्हें हासिल किया जा सकता है। अब IAS के रूप में वह देश की सेवा में जुटेंगी और युवाओं के लिए मिसाल कायम करेंगी।