1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 15 Dec 2025 03:02:53 PM IST
सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE
Success Story: जब हौसले बुलंद हों तो कोई भी काम कठिन नहीं होता। यह साबित कर दिखाया है बिहार के बक्सर जिले के हेमंत मिश्रा ने, जो सिर्फ 25 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास कर IAS अफसर बन गए हैं। उनकी कहानी केवल आईएएस बनने तक सीमित नहीं है। इससे पहले हेमंत ने यूपी पीसीएस और पुलिस सेवा परीक्षा भी पास की थी। आईएएस अफसर के रूप में यह उनकी तीसरी बार सरकारी नौकरी है।
हेमंत मिश्रा ने UPSC 2024 परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की, जिससे न केवल उनके गृह जिले का बल्कि पूरे बिहार का मान बढ़ा। मसूरी स्थित LBSNAA में IAS ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश (UP) कैडर अलॉट किया गया है। अब वे योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाले राज्य में प्रशासनिक सेवाएं देंगे। उनकी सफलता की कहानी कड़ी मेहनत, शिक्षा के प्रति समर्पण और लगातार अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की जिद को दर्शाती है।
बता दें कि हेमंत मिश्रा मूल रूप से बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड अंतर्गत कुसुरुपा गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता ओम प्रकाश मिश्रा, बिहार के कैमूर में सहायक अभियोजन अधिकारी (APO) के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां शिक्षिका हैं। हेमंत के छोटे भाई ने IIT से बीटेक किया और वर्तमान में अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। परिवार में शिक्षा और सरकारी सेवा के माहौल ने हेमंत को शुरू से ही उच्च लक्ष्य निर्धारित करने में मदद की।
हेमंत की एकेडमिक यात्रा भी प्रेरणादायक रही। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई पटना के प्रतिष्ठित DAV स्कूल से पूरी की। उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली का रुख किया और जामिया मिल्लिया इस्लामिया से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से पीजी की पढ़ाई पूरी की। आईएएस बनने से पहले हेमंत ने सरकारी सेवाओं में कई सफलताएं भी हासिल कीं।
सरकारी सेवाओं में सफलता की कहानी
DSP (2022): साल 2022 में हेमंत ने UPPSC (उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा) की परीक्षा पास की और DSP के रूप में चयनित हुए।
SDM (2023): 2023 में उन्होंने UPPCS परीक्षा पास की और SDM (सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट) के रूप में मिर्जापुर जिले में अतिरिक्त कार्यभार संभाला।
IAS (2024): 2024 में उन्होंने UPSC परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल कर IAS अफसर बनने का अपना सपना पूरा किया।
LBSNAA में IAS ट्रेनिंग पूरी होने के बाद हेमंत मिश्रा को उत्तर प्रदेश कैडर अलॉट किया गया। उनकी रैंक से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने प्राथमिकता पर उत्तर प्रदेश ही चुना होगा। हेमंत के आईएएस बनने से उनके बिहार स्थित पैतृक गांव कुसुरुपा में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों ने मिठाई बांटकर और बधाई देकर उनकी उपलब्धि का जश्न मनाया।
हेमंत मिश्रा की कहानी न केवल उनके परिवार और जिले के लिए गर्व का कारण है, बल्कि उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा भी है जो यूपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। यह कहानी साबित करती है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और शिक्षा के प्रति समर्पण से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।