1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 22 Aug 2025 10:49:37 AM IST
सेबी रेड - फ़ोटो GOOGLE
SEBI Raid: शेयर बाजार में अवैध कारोबारी गतिविधियों और आम निवेशकों को गुमराह करने वाले तत्वों पर रोक लगाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) लगातार सख्त कदम उठा रहा है। इसी अभियान के तहत SEBI ने देश के चर्चित फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर अवधूत साठे के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह छापेमारी अवधूत साठे की कर्जत स्थित ट्रेडिंग एकेडमी पर की गई, जहां वह ट्रेडिंग क्लासेज और सेमिनार के जरिए आम लोगों को शेयर बाजार की ट्रेनिंग देते हैं। SEBI ने फिलहाल आधिकारिक रूप से किसी नाम की पुष्टि नहीं की है, लेकिन Moneycontrol की रिपोर्ट में एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से यह बात सामने आई है कि छापेमारी अवधूत साठे के ठिकानों पर ही की गई है।
दरअसल, अवधूत साठे यूट्यूब पर एक लोकप्रिय चेहरा हैं, जिनके चैनल पर 9.3 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। वह अपने वीडियो, वेबिनार और लाइव सेशंस के जरिए शेयर बाजार की रणनीतियां, चार्ट पैटर्न, टेक्निकल एनालिसिस जैसे विषयों पर जानकारी देते हैं। उनका मुख्य फोकस रिटेल निवेशकों को जागरूक करना रहा है। हालांकि, हाल के दिनों में SEBI को अवधूत साठे और उनके कार्यक्रमों को लेकर शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें आरोप लगाया गया कि वे पेनी स्टॉक्स को प्रमोट करने वाले ऑपरेटर्स के साथ मिलकर रिटेल निवेशकों को गुमराह कर सकते हैं। साथ ही, यह भी कहा गया कि कुछ सशुल्क क्लासेज और ट्रेडिंग कोर्सेज के ज़रिए युवाओं को "गैर-जिम्मेदार निवेश की ओर" प्रेरित किया जा रहा है।
इस कार्रवाई के बाद एक सार्वजनिक कार्यक्रम में SEBI के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि शेयर बाजार की शिक्षा के नाम पर युवाओं को गुमराह करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। SEBI पहले भी कई फिनटेक इन्फ्लुएंसर के खिलाफ गैर-पंजीकृत निवेश सलाहकार के रूप में कार्य करने और भ्रामक जानकारी फैलाने के मामलों में कार्रवाई कर चुका है। अब यह कार्रवाई स्पष्ट करती है कि सोशल मीडिया पर वित्तीय सलाह देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों की निगरानी लगातार बढ़ाई जा रही है।
देश में हजारों की संख्या में फिनटेक इन्फ्लुएंसर यूट्यूब, इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए लाखों निवेशकों को प्रभावित करते हैं, जिनमें से कई बिना किसी वैध लाइसेंस या क्वालिफिकेशन के निवेश सलाह दे रहे हैं। SEBI का यह कदम भविष्य में इस क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।