Dary Product Prices: GST स्लैब में बदलाव से ग्राहकों को बड़ा लाभ: घी, मक्खन और पनीर होंगे सस्ते, जानिए नई कीमतें

Dary Product Prices: हाल ही में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) स्लैब में किए गए संशोधनों का सीधा लाभ अब उपभोक्ताओं को मिलना शुरू हो गया है। डेयरी क्षेत्र की प्रमुख सहकारी संस्था GCMMF, जो अमूल ब्रांड के तहत अपने उत्पादों का विपणन करती है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 21 Sep 2025 09:09:33 AM IST

Dary Product Prices

डेयरी - फ़ोटो GOOGLE

Dary Product Prices: हाल ही में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) स्लैब में किए गए संशोधनों का सीधा लाभ अब उपभोक्ताओं को मिलना शुरू हो गया है। डेयरी क्षेत्र की प्रमुख सहकारी संस्था गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF), जो अमूल (Amul) ब्रांड के तहत अपने उत्पादों का विपणन करती है, ने 700 से अधिक उत्पादों के पैक की खुदरा कीमतों में कमी करने की घोषणा की है। नई संशोधित कीमतें 22 सितंबर, 2025 से प्रभाव में आ जाएंगी।


GCMMF ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि यह संशोधन घी, मक्खन, यूएचटी दूध, आइसक्रीम, पनीर, चॉकलेट, बेकरी उत्पादों, फ्रोजन स्नैक्स, कंडेंस्ड मिल्क, पीनट स्प्रेड और माल्ट आधारित पेय जैसी कई प्रमुख श्रेणियों में किया गया है। संगठन का कहना है कि यह निर्णय उपभोक्ताओं को जीएसटी दर में कटौती का पूरा लाभ सीधे देने के उद्देश्य से लिया गया है।


प्रमुख उत्पादों की नई कीमतें

मक्खन (100 ग्राम) का अधिकतम खुदरा मूल्य ₹62 से घटाकर ₹58 कर दिया गया है।

घी (1 लीटर) की कीमत ₹650 से घटाकर ₹610 की गई है, यानी ₹40 की सीधी बचत।

अमूल प्रोसेस्ड चीज ब्लॉक (1 किलो) अब ₹545 में उपलब्ध होगा, जो पहले ₹575 था।

फ्रोजन पनीर (200 ग्राम) की कीमत भी ₹99 से घटाकर ₹95 कर दी गई है।


GCMMF ने बयान में कहा, “अमूल का मानना है कि कीमतों में यह कमी उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पादों को अधिक किफायती दरों पर उपलब्ध कराने में मदद करेगी। इससे विशेष रूप से मक्खन, पनीर और आइसक्रीम जैसी श्रेणियों की प्रति व्यक्ति खपत में वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि भारत में इनकी खपत अब भी वैश्विक औसत से कम है।”


यह कदम सिर्फ उपभोक्ताओं को राहत देने वाला नहीं है, बल्कि यह बाजार में प्रतिस्पर्धा को भी प्रभावित कर सकता है। इस घोषणा से पहले मदर डेयरी ने भी अपने उत्पादों की कीमतों में कटौती की घोषणा की थी, जो 22 सितंबर से लागू होगी। इससे स्पष्ट है कि डेयरी क्षेत्र में जीएसटी संशोधन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यह कदम त्योहारी सीज़न से पहले लिया गया है, जब डेयरी उत्पादों की मांग में स्वाभाविक रूप से वृद्धि होती है। इससे कंपनियों की बिक्री बढ़ने और उपभोक्ताओं को राहत मिलने की संभावना है।