1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 09 Aug 2025 08:22:11 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar News: पिछले साल यानि 2024 में नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद जेडीयू और बीजेपी विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है। इसी कड़ी में अब बीजेपी के विधायक मिश्रीलाल यादव को 18 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं, तेजस्वी यादव के बेहद करीबी ई. सुनील कुमार को भी पूछताछ के लिए दोबारा 19 अगस्त को तलब किया गया है।
दो विधायकों से पहले हो चुकी है पूछताछ
EOU की जांच टीम ने इस बहुचर्चित मामले में पहले भी ई. सुनील कुमार, तत्कालीन विधायक बीमा भारती और परबत्ता के जेडीयू विधायक संजीव कुमार से पूछताछ की है। पूछताछ के दौरान कई अहम तथ्य सामने आए थे। अब उन्हीं तथ्यों की पुनः जांच और सत्यापन के लिए नेताओं को दोबारा बुलाया जा रहा है।
एक दर्जन से ज्यादा लोगों से होगी पूछताछ
ईओयू का कहना है कि इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा नेता, ठेकेदार और अन्य संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जा सकती है। सभी का बयान लिखित रूप में कलमबद्ध किया जा रहा है, ताकि बाद में कानूनी कार्रवाई के लिए ठोस आधार तैयार हो सके।
कैसे शुरू हुआ मामला?
यह मामला फरवरी 2024 में तब सामने आया जब जेडीयू विधायक सुधांशु कुमार ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई। शिकायत में आरोप लगाया गया कि विधायकों को लोभ और लालच देकर राजनीतिक रूप से तोड़ने और खरीदने की कोशिश की जा रही है।
EOU की स्पेशल टीम कर रही जांच
बाद में मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी आर्थिक अपराध इकाई को सौंपी गई थी। इस केस के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, जिसमें एक एसपी, दो डीएसपी और एक इंस्पेक्टर समेत कई अनुभवी पुलिस अधिकारी शामिल हैं। यह टीम लगातार मामले की निगरानी और सबूत जुटाने में लगी हुई है।
आगे भी कार्रवाई होगी
जांच एजेंसी का कहना है कि सभी संबंधित व्यक्तियों के बयान और सबूत इकट्ठा होने के बाद मामले का चार्जशीट तैयार किया जाएगा। अगर आरोप पुख्ता पाए गए, तो दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।