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बसंत पंचमी 2025: 3 फरवरी को मनाया जाएगा, उज्जैन के ज्योतिषाचार्य ने बताया तिथि

बसंत पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।

Basant Panchami 2025

25-Jan-2025 07:35 AM

By First Bihar

Basant Panchami 2025: हिंदू धर्म में माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का विशेष धार्मिक महत्व है। इस तिथि को मनाया जाने वाला बसंत पंचमी का पर्व विशेष रूप से विद्या और ज्ञान की देवी, माता सरस्वती की पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए है क्योंकि माना जाता है कि माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही देवी सरस्वती का प्रकट होना हुआ था।


कब मनाई जाएगी बसंत पंचमी 2025?

इस वर्ष, बसंत पंचमी का पर्व 3 फरवरी 2025, सोमवार को मनाया जाएगा। उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. अमर डबावाला के अनुसार, माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी रविवार को सुबह 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होगी, जो 3 फरवरी सोमवार को सुबह 9 बजकर 36 मिनट तक चलेगी। इस प्रकार, उदयातिथि के अनुसार, 3 फरवरी को बसंत पंचमी मनाने का उचित दिन है, और इस दिन माता सरस्वती की पूजा विधिपूर्वक की जाएगी।


बसंत पंचमी पर माता सरस्वती की पूजा

बसंत पंचमी के दिन विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा होती है, जो ज्ञान, संगीत, कला, और विद्या की देवी मानी जाती हैं। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भक्तों को बुद्धि और विद्या का वरदान मिलता है। सरस्वती पूजा में विशेष रूप से विद्यार्थियों द्वारा अपनी किताबों, कलम और लेखन सामग्री की पूजा की जाती है। साथ ही, संगीत से जुड़ी व्यक्तियों द्वारा भी इस दिन अपने वाद्य यंत्रों की पूजा की जाती है। यह दिन विशेष रूप से शैक्षिक उन्नति के लिए शुभ माना जाता है और भक्तगण माता की कृपा से अपने ज्ञान में वृद्धि की कामना करते हैं।


बसंत पंचमी, जो विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा का पर्व है, इस वर्ष 3 फरवरी को मनाया जाएगा। यह दिन ज्ञान और विद्या की देवी की आराधना का है, और इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भक्तों को उनके जीवन में ज्ञान और सफलता की प्राप्ति होती है।