Bihar News : मातम में बदला होली का उल्लास, बागमती नदी में डूबने से 12 साल के किशोर की मौत UP Police: 27 साल से घरवालों संग होली नहीं मना सके ये पुलिसकर्मी, सुनिए पुलिसवालों का दर्द ROAD ACCIDENT IN BIHAR : मातम में बदला होली की ख़ुशी, सड़क हादसे में दो की मौत; पूर्व मंत्री के घर पसरा सन्नाटा Holi 2025: होली के दौरान आंखों में अबीर पड़ने पर हो सकती है एलर्जी, त्वचा संबंधी परेशानी से इस तरह करें बचाव Bihar Election: पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह किस पार्टी में होंगी शामिल? खुद किया खुलासा Bihar News : 'सिर मुड़ाते ही ओले पड़े', शादी के बाद 6 महीने की प्रेगनेंट निकली दुल्हन, अब दूल्हे के साथ रिश्ता तोड़ने के नाम पर हो रहा यह खेल UPDATE MOBILE NUMBER IN DL : वाहन मालिक हो जाएं सावधान! DL में इस डेट तक कर लें मोबाइल नंबर अपडेट, नहीं तो देना होगा इतना जुर्माना Bihar News : 'तेरे इश्क में पागल हो गया...', भाभी की मीठी-मीठी बातों पर आया देवर का दिल, अब दोनों मिलकर कर दिया बड़ा कांड INDIAN RAILWAY : अयोध्या से जनकपुर तक सीधी ट्रेन सेवा जल्द, रेल से जुड़ेंगे श्री राम और माता सीता के तीर्थ Holi Special trains : होली के बाद काम पर लौटना होगा आसान, यहां देखें रेलवे के स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट
25-Jan-2025 07:35 AM
Basant Panchami 2025: हिंदू धर्म में माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का विशेष धार्मिक महत्व है। इस तिथि को मनाया जाने वाला बसंत पंचमी का पर्व विशेष रूप से विद्या और ज्ञान की देवी, माता सरस्वती की पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए है क्योंकि माना जाता है कि माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही देवी सरस्वती का प्रकट होना हुआ था।
कब मनाई जाएगी बसंत पंचमी 2025?
इस वर्ष, बसंत पंचमी का पर्व 3 फरवरी 2025, सोमवार को मनाया जाएगा। उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. अमर डबावाला के अनुसार, माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी रविवार को सुबह 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होगी, जो 3 फरवरी सोमवार को सुबह 9 बजकर 36 मिनट तक चलेगी। इस प्रकार, उदयातिथि के अनुसार, 3 फरवरी को बसंत पंचमी मनाने का उचित दिन है, और इस दिन माता सरस्वती की पूजा विधिपूर्वक की जाएगी।
बसंत पंचमी पर माता सरस्वती की पूजा
बसंत पंचमी के दिन विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा होती है, जो ज्ञान, संगीत, कला, और विद्या की देवी मानी जाती हैं। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भक्तों को बुद्धि और विद्या का वरदान मिलता है। सरस्वती पूजा में विशेष रूप से विद्यार्थियों द्वारा अपनी किताबों, कलम और लेखन सामग्री की पूजा की जाती है। साथ ही, संगीत से जुड़ी व्यक्तियों द्वारा भी इस दिन अपने वाद्य यंत्रों की पूजा की जाती है। यह दिन विशेष रूप से शैक्षिक उन्नति के लिए शुभ माना जाता है और भक्तगण माता की कृपा से अपने ज्ञान में वृद्धि की कामना करते हैं।
बसंत पंचमी, जो विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा का पर्व है, इस वर्ष 3 फरवरी को मनाया जाएगा। यह दिन ज्ञान और विद्या की देवी की आराधना का है, और इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भक्तों को उनके जीवन में ज्ञान और सफलता की प्राप्ति होती है।