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03-Apr-2023 09:06 AM
By First Bihar
DESK: स्कूली छात्र-छात्राओं को अब मुगल दरबार का इतिहास नहीं पढ़ाया जाएगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव कर दिया है। सरकार ने 2023-24 के शैक्षिक सत्र के लिए यूपी बोर्ड और CBSE बोर्ड के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद अब यूपी के स्कूलों में छात्रों को मुगलों के इतिहास नहीं पढ़ाया जाएगा। योगी सरकार के इस फैसले के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा बढ़ने के आसार हैं।
दरअसल, यूपी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए इतिहास की किताब 'भारतीय इतिहास के कुछ विषय द्वितीय' से शासक और मुगल दरबार के चैप्टर को ही हटा दिया है। इसके अलावा इंटर की किताब से इस्लाम का उदय, संस्कृतियों में टकराव, औद्योगिक क्रांति, समय की शुरुआत पाठ को भी हटाया गया है। जबकि नागरिक शास्त्र की किताब से अमेरिकी वर्चस्व और शीत युद्ध का पाठ हटाया गया है। शैक्षिक सत्र 2023-24 से ही इस फैसले को लागू किया जा रहा है।
वहीं कक्षा 12वीं की इतिहास की किताबों से हटाए गए विषयों के तहत, 'अकबरनामा' (अकबर के शासनकाल का आधिकारिक इतिहास) और 'बादशाहनामा' (मुगल सम्राट शाहजहां का इतिहास) शामिल हैं। इसके अलावा, स्वतंत्र भारत में राजनीति की किताब से जन आंदोलनों का उदय और एक दल के प्रभुत्व का दौर चैप्टर को भी बदल दिया गया है। बता दें कि यूपी की योगी सरकार मुगलों के नाम और इतिहास को लेकर पहले भी कई फैसले ले चुकी है। यूपी में अबतक कई शहरों के नाम को भी बदला जा चुका है।