Bihar News: बिहार में बाल सुधार गृह से एक दर्जन बच्चे फरार, गार्ड पर हमला कर दीवार फांदकर भागे; अबतक पांच पकड़े गए Bihar News: बिहार में बाल सुधार गृह से एक दर्जन बच्चे फरार, गार्ड पर हमला कर दीवार फांदकर भागे; अबतक पांच पकड़े गए Mokama Violence : मोकामा के वोटरों की रक्षा करना गुनाह है क्या ? शव यात्रा में एक समाज को टारगेट कर गालियां दी गई, बोले ललन सिंह- भूरा बाल साफ़ करो वाला शासन लाना चाहते हैं तेजस्वी ? Bihar Election 2025: ‘अभी दूध के दांत भी नहीं निकले, लालू का बेटा बहुत बोलता है’, ओवैसी का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘अभी दूध के दांत भी नहीं निकले, लालू का बेटा बहुत बोलता है’, ओवैसी का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: वोटिंग से पहले राहुल गांधी का बड़ा दाव, क्या बदलेगा समीकरण या होगा बड़ा खुलासा? Munger Election : मुंगेर चुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा उलटफेर, जन सुराज प्रत्याशी संजय सिंह भाजपा में शामिल, बदले चुनावी समीकरण Bihar Assembly Election : बिहार चुनाव: पहले चरण की 10 वीआईपी सीटों पर हाई-प्रोफाइल मुकाबला, 16 मंत्रियों की साख दांव पर Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी
12-May-2022 01:55 PM
DESK: इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में ताजमहल के 22 कमरों को खोलने की याचिका पर सुनवाई जारी है। मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस डीके उपाध्याय ने याचिकाकर्ता को जमकर फटकार लगाया। कोर्ट ने कहा कि पीआईएल की व्यवस्था का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की बेंच ताजमहल के 22 कमरों को खोलने की याचिका पर सुनवाई कर रही है।
हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि क्या वे मानते हैं कि ताजमहल को शाहजहां ने नहीं बननवाया है। हाई कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि जिस टॉपिक के बारे में जानकारी नहीं है उसपर चर्चा मत कीजिए, जाइए पहले एमए और पीएचडी कीजिए, अगर आपको रिसर्च में कोई परेशानी होती है तो हमारे पास आइए। हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि आपने ताजमहल के 22 कमरों की जानकारी किससे मांगी।
याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने अथॉरिटी से इसकी जानकारी मांगी है। इस पर कोर्ट ने कहा कि अगर उन्होंने कहा है कि सुरक्षा कारणों से कमरे बंद हैं तो यह जानकारी है, अगर आप संतुष्ट नहीं हैं तो इसे चुनौती दे सकते हैं। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कहा कि वे अपना नामांकन एमए में कराएं, फिर नेट और जेआरएफ के लिए जाएं। अगर सोध में कोई परेशानी आती है तो कोर्ट के पास आएं।
याचिकाकर्ता द्वारा ताजमहल के 22 कमरों में जाने की अनुमति मांगने पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि कल आप आकर हमें माननीय जजों के चैंबर में जाने के लिए कहेंगे? कृपया जनहित याचिका प्रणाली को मजाक न बनाएं।