Patna News: पटना में 2 दिन नहीं चलेंगे ऑटो और ई-रिक्शा, चालकों ने इस वजह से किया हड़ताल का ऐलान Bihar News: मोहर्रम जुलूस में कट्टा लहराकर हीरो बनना युवक को पड़ा भारी, पुलिस ने निकाली सारी हेकड़ी Bihar News: पटना हाईकोर्ट को मिलेंगे 2 नए जज, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की शिफारिश से हुआ नियुक्ति का रास्ता साफ Bihar Crime News: मुजफ्फरपुर में इंजीनियर को चाकू से गोदा, पत्नी और बच्चों के सामने उतारा मौत के घाट Bihar News: बिहार के लाल ने ढहा दिया अंग्रेजों का किला, गाँव में जश्न का माहौल Bihar News: हाजीपुर में तजिया जुलूस के दौरान जमकर हुई पत्थरबाजी, कई घायल Bihar Weather: राज्य में मानसून पड़ा सुस्त, अब बढ़ती गर्मी के लिए कस लें कमर; मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar News: बिजली उपकरणों की गुणवत्ता पर उठे सवाल, बिहार सरकार ने सभी परियोजनाओं की जांच के दिए आदेश Bihar STF: इजरायल की तरह दुश्मनों का खात्मा करेगी बिहार STF, नक्सल और अपराधियों की अब खैर नहीं Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार
29-Jun-2020 11:23 PM
PATNA : पटना प्रमंडल माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव चंद्र किशोर कुमार ने पटना के जिलाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर पटना जिला के विभिन्न सडक रूटो में यथा मरांची, डुमरी, पालीगंज, मसौढी, विक्रम आदि इलाकों में बिहार राज्य पथ परिवहन की विशेष बसों को चलाने का अनुरोध किया है ताकि इन सुदूर इलाकों में रेल सेवा बाधित रहने तथा आवागमन के साधनों की समुचित संख्या में परिचालन व्यवस्था नहीं रहने के कारण जिला के शिक्षक विशेषकर महिला और दिव्यांग शिक्षक अपने विद्यालयों में कर्तव्य पर उपस्थित हो सके।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार ने विशेषकर महिला और विकलांग शिक्षकों को अपने घर के आस-पास के विद्यालयों एवं कोरोंटाईन सेंटरों में योगदान कर सेवा देने का निर्देश दिया था। मगर पिछले दिनों जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बिना स्थिति के समीक्षा किए हुए महिला और दिव्यांग शिक्षकों को उनके मूल विद्यालयो में योगदान करने व प्रतिदिन विद्यालयों में ही रहकर कार्य करने का फरमान जारी कर दिया।
चंद्र किशोर कुमार ने कहा कि अनलॉक होने के बाद भी एक तरह जहां लोकल रेल सेवा बंद हैं तो वहीं दूसरी तरफ आवागमन के साधन भी अभी सुगम नहीं हुए हैं और जिला के इन सुदूर इलाकों के लिए भी कोई सीधी सवारी व व्यवस्था नहीं है। साथ ही सरकार के निर्देशानुसार फिजिकल डिस्टेसिंग का भी पालन करना है। ऐसे में शिक्षकों को जहां अनावश्यक अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे वहीं आने जाने में कई जगह सवारी बदलने के कारण परेशानी के साथ साथ अत्यधिक समय भी लग रहा है। जबकि सभी विद्यालयों में पठन-पाठन भी स्थगित है।
उन्होंने मांग की है कि जब तक रेल सेवा एवं अन्य परिचालन सामान्य नहीं हो जाता तब तक शिक्षकों के लिए बिहार राज्य पथ परिवहन की विशेष बसों का परिचालन सुदूर इलाकों के रूटों पर की जाए या पूर्व की तरह शिक्षकों को विशेष कर महिला व दिव्यांग शिक्षकों को उनके घर के आस-पास के विद्यालयों में ही रहकर सेवा देने का निर्देश दिया जाय।