BIHAR: छपरा में दिनदहाड़े मोबाइल दुकान में लूट, दुकानदार ने लुटेरे को कट्टा समेत दबोचा Patna News: पटना के होमगार्ड जवान की करतूत, थाना में खाना बनाने वाली महिला को लेकर हुआ फरार, पति ने पुलिस से लगाई गुहार Patna News: पटना के होमगार्ड जवान की करतूत, थाना में खाना बनाने वाली महिला को लेकर हुआ फरार, पति ने पुलिस से लगाई गुहार Bihar Politics: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के आवास पर श्रावण महोत्सव का आयोजन, सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ Bihar Politics: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के आवास पर श्रावण महोत्सव का आयोजन, सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ Bihar News: बिहार में सावन की पहली सोमवारी पर शिव मंदिर में बड़ा कांड, युवक ने सरेआम भर दी युवती की मांग; वीडियो वायरल Bihar News: बिहार में सावन की पहली सोमवारी पर शिव मंदिर में बड़ा कांड, युवक ने सरेआम भर दी युवती की मांग; वीडियो वायरल Railway Rules: अब हर जनरल बोगी में मात्र 150 यात्रियों को ही मिलेगा टिकट, ट्रायल शुरू Bihar Crime News: घर से लापता युवक का शव मिलने से सनसनी, लड़की के चक्कर में हत्या की आशंका Bihar News: बिहार में डिजिटल भू-अभिलेख प्रबंधन को मिली नई दिशा, दाखिल-खारिज के लिए पोर्टल की हुई शुरुआत
14-Aug-2020 03:41 PM
DESK : रूस ने जबसे कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा किया है तबसे उस पर कई सवाल उठ रहे है. WHO ने एक बार फिर रूस की वैक्सीन पर संदेह जताया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार रूस की वैक्सीन उन नौ वैक्सीन में शामिल नहीं है जो अपने एडवांस स्टेज की टेस्टिंग में हैं, फिर इस दावे को कैसे सही मान लिया जाये.
इस बारे में बात करते हुए WHO के वरिष्ठ सलाहकार ब्रूस आयलवर्ड ने कहा कि, 'हम रूस की वैक्सीन पर कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं क्योंकि हमारे पास इस पर पर्याप्त जानकारी नहीं है. फिलहाल हम रूस के साथ बातचीत कर और जानकारी जुटाने में लगे हैं ताकि उसकी वैक्सीन, ट्रायल और उसके अगले कदम के बारे में समझा जा सके. इससे पहले भी WHO ने रूस से अपनी वैक्सीन की समीक्षा करने को कह चुका है.
दरअसल, कुछ दिनों पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की थी कि उनके कोरोना वायरस वैक्सीन को स्वास्थ्य मंत्रालय से रेगुलेटरी मंजूरी मिल गई है. हालांकि इस वैक्सीन का एडवांस स्टेज ट्रायल अभी नहीं किया गया है. रूस का दावा है कि ये वैक्सीन दो साल तक लोगों को कोरोना वायरस से बचाने का काम कर सकती है. वहीं दूसरी और WHO और उसके पार्टनर्स ने कोवैक्स के जरिए जिन नौ प्रायोगिक वैक्सीन की सूचि तैयार की है उसमें रूस की वैक्सीन का नाम नहीं है.
WHO द्वारा तैयार की गई सूचि में वैक्सीन का नाम शामिल होना जरुरी है क्योंकि कोवैक्स के जरिए इसके सदस्य देश किसी भी वैक्सीन को जल्दी पाने के लिए निवेश कर सकते हैं और गरीब देशों के लिए वैक्सीन की फंडिंग भी कर सकते हैं.
रूस की इस वैक्सीन पर दुनिया के कई देशों ने संदेह जताया है. जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुए यहां तक कह दिया कि इस वैक्सीन को सही तरीके से टेस्ट नहीं किया गया है. जेन्स स्पैन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लाखों लोगों पर ये वैक्सीन लगाना खतरनाक हो सकता है. गलत वैक्सीन लगाने से लोगों की मौत भी हो सकती है.
लेकिन, रूस ने अपनी कोरोना वैक्सीन पर उठ रहे दुनिया के सवालों को बेबुनियाद बताया है. रूस ने वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को आधारहीन बताते हुए उसे खारिज कर दिया है. रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने एक समाचार एजेंसी को बताया, 'रूस की वैक्सीन पर उठाए जा रहे सवाल बाजार प्रतियोगिता से प्रेरित लग रहे हैं, जोकि पूरी तरह से निराधार हैं.' उन्होंने कहा कि लोगों को वैक्सीन जल्द उपलब्ध हो जाएगी.
मुराशको ने कहा, 'अगले दो हफ्तों के अंदर मेडिकल वैक्सीन का पहला पैकेज उपलब्ध होगा, जो खासतौर से डॉक्टरों के लिए होगा. रूस के अधिकारियों की योजना अक्टूबर में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाने की है.