DELHI : भारतीय रेलवे ने एक सितंबर से अपना सर्विस चार्ज बढ़ा दिया है. जिसके कारण IRCTC के माध्यम से टिकट लेने वाले रेल यात्रियों को ज्यादा किराया देना पड़ रहा है. पर यहां हम आपकों एक काम की खबर बताते हैं.
अगर आप भी ट्रेन में ज्यादा सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए काम की हो सकती है. दरअसल, भारतीय रेलवे छात्रों, किसानों, गरीबों, मरीजों, डॉक्टरों, खिलाड़ियों, पत्रकारों, बेरोजगारों, सरकारी नौकरी की तैयारी करने वालों, दिव्यांगों, बुजुर्गों समेत अन्य को 25 फीसदी से लेकर 75 फीसदी तक किराए में छूट देती है. इसके साथ ही मरीजों और दिव्यांग के साथ यात्रा करने वाले लोगों को भी यह छूट दी जाती है.
सभी को दी जाने वाली यह छूट जनरल टिकट, स्लीपर, एसी फर्स्ट क्लास, एसी चेयर कार और एसी सेकंड क्लास में दी जाती है. इस छूट का फायदा उठाने के लिए टिकट लेते समय आपको एक फॉर्म भरना होगा और टिकट काउंटर पर जमा कराना होगा.
इन लोगों को मिलती है किराए में 75% तक की छूट
दिव्यांग और पैराप्लेजिया पीड़ित, मानसिक रोगी, कैंसर रोगी, थैलेसेमीया रोगी, हृदय सर्जरी के लिए यात्रा करने वाले हृदय रोगी, किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन/डायलिसिस के लिए यात्रा करने वाले किडनी रोगी, गंभीर हेमोफिलिया रोगी, टी.बी./लुपस वल्गेरिस रोगी, गैर-संक्रमित कोढ़ रोगी, उत्पादकता और अभनव कार्यों के लिए प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार प्राप्त औद्योगिक वर्कर, युद्ध विधवा, श्रीलंका में शहीद I.P.K.F. सैनिक की विधवा, आतंकवादियों और उग्रवादियों के विरुद्ध कार्रवाई में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मी और शहीद पैरामिलट्री कर्मी की विधवा, आतंकवादियों और उग्रवादियों के विरुद्ध कार्रवाई में शहीद सैनिकों की विधवा,1999 में करगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय के शहीद की विधवा, पढ़ाई के लिए स्कूल या कॉलेज तक जाने और वापस घर आने के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को.
50 फीसदी तक छूट पाने वाले लोग
ओस्टॉमी रोगी, 58 साल या इससे ज्यादा की उम्र की महिला, 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके राष्ट्रपति पुलिस पदक प्राप्त व्यक्ति, राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति, राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित बच्चे, एक अभिभावक के साथ, पढ़ाई के लिए स्कूल या कॉलेज तक जाने और वापस घर आने के लिए जनरल और ओबीसी कैटिगरी के छात्र-छात्राओं को, UPSC और SSC द्वारा आयोजित मुख्य लिखित परीक्षा में भाग लेने वाले विद्यार्थी, गूंगे और बहरे लोग, रिसर्च कार्यों के संबंध में यात्रा करने वाले रिसर्च स्कॉलर, नेशनल इंटीग्रेशन कैंपों में भाग लेने वाले युवा,सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों (केंद्रीय, राज्य सरकार, वैधानिक निकायों, नगर निगम, सरकारी उपक्रम विश्वविद्यालय या निजी क्षेत्र निकाय) में नौकरी के लिए साक्षात्कार पर जाने वाले 50 फीसदी, बेहतर फार्मिग/डेयरी चलाना सीखने के लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों का दौरा करने वाले किसान.