लोक आस्था का महापर्व छठ का तीसरा दिन, समाजसेवी अजय सिंह ने परिवार के साथ डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य बगहा में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: धनहा और भितहा में अवैध हथियार बरामद, चार आरोपी गिरफ्तार लोक आस्था का महापर्व छठ: युवा चेतना के सुप्रीमो ने व्रतियों के बीच बांटी साड़ी और सूप, कहा-छठ सामाजिक न्याय का प्रतीक BIHAR NEWS: मोकामा में गंगा नदी फिर बनी मौत का कुंड : छठ पूजा का जल लेने गया किशोर डूबा, पिछले तीन साल में सौ से अधिक लोग गंवा चुके जान Election Commission : चुनाव आयोग आज SIR को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा, अगले हफ्ते से प्रक्रिया शुरू होगी। Bihar News : गैस सिलेंडर लीक से लगी आग, छठ पूजा की तैयारी कर रही दो महिलाएं समेत तीन लोग झुलसे Bihar Election 2025 : तेजस्वी और राहुल से आगे निकले CM नीतीश कुमार, बढ़ सकती है महागठबंधन की टेंशन; आधी आबादी को लेकर तैयार हुआ ख़ास प्लान Bihar politics scandal : राजद नेता का बार डांसर संग अश्लील वीडियो वायरल, बोले– "सलमान खान भी डांस करते हैं, हमने कौन सा ग़लत किया" Bihar Politics : राहुल गांधी की बिहार से दूरी पर कांग्रेस में असमंजस, जानिए कांग्रेस बना रही कोई नई रणनीति या फिर सच में है नाराजगी का संकेत? Bihar Election 2025 : "मैं भी राजनीति छोड़ दूंगा...” बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह का बड़ा बयान,कहा - नहीं हुआ यह काम तो ....
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 02 Jul 2025 07:46:12 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार बिजली क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठने जा रहा है। राज्य का पहला परमाणु बिजली संयंत्र बांका जिले में स्थापित होगा। नीतीश कुमार सरकार ने केंद्र को इस परियोजना का प्रस्ताव भेज दिया है और जल्द ही केंद्र सरकार की एक टीम बांका में परियोजना स्थल का दौरा भी करेगी। यह घोषणा पिछले सप्ताह पटना में हुए पूर्वी भारत के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा की गई थी, जिसमें उन्होंने देश के छह राज्यों में स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर आधारित परमाणु बिजली संयंत्र स्थापित करने की बात कही थी। बिहार उन छह राज्यों में शामिल है, जो इस क्रांतिकारी कदम का हिस्सा बनेगा।
इस परियोजना की शुरुआत बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव की मांग पर हुई है, जिन्होंने केंद्र से राज्य में परमाणु बिजली संयंत्र की स्थापना का आग्रह किया था। पहले बांका में 4,000 मेगावाट की अल्ट्रा मेगावाट पावर परियोजना का प्रस्ताव था, जो किसी कारण लागू नहीं हो सका। अब उसी जिले में परमाणु बिजली संयंत्र बनाने का फैसला लिया गया है। परमाणु बिजली संयंत्र के लिए पानी की निरंतर उपलब्धता जरूरी होती है और बांका में गंगा नदी का पानी सालभर उपलब्ध रहता है। इसीलिए यह स्थान नवादा के रजौली से ज्यादा उपयुक्त माना गया, जहां पानी की कमी एक चुनौती थी।
केंद्र सरकार ने शुरू में बिहार में 200 मेगावाट क्षमता के परमाणु बिजली संयंत्र को मंजूरी दी थी, लेकिन बिहार सरकार ने 500 मेगावाट क्षमता की मांग की है। इसके लिए जरूरी जमीन और अन्य संसाधन राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर तकनीक पर आधारित यह संयंत्र पारंपरिक परमाणु संयंत्रों की तुलना में अधिक सुरक्षित, लागत-प्रभावी और छोटे ग्रिडों के लिए उपयुक्त है। यह परियोजना न केवल बिहार की बिजली कमी को दूर करेगी, बल्कि औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यह परियोजना बिहार को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। परमाणु बिजली संयंत्र में यूरेनियम या अन्य रेडियोधर्मी तत्वों का उपयोग कर बिजली उत्पादन होता है, जिसमें न्यूक्लियर रिएक्टर, शीतलन प्रणाली, नियंत्रण प्रणाली और सुरक्षा सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है। केंद्र सरकार ने बिहार के लिए 1,000 मेगावाट की बैटरी भंडारण परियोजना को भी मंजूरी दी है, जो ग्रिड स्थिरता को बढ़ाएगी।