Bihar Bhumi: बिहार में सोने, चांदी और हीरे से भी महंगे जमीन के भाव, जानिए इस इलाके में एक कट्ठे का क्या है रेट Gandhi Maidan : गांधी मैदान से रोक हटी, इन कामों के लिए दीघा घाट और कलेक्ट्रेट घाट बने नए केंद्र; प्रसाशन ने जारी किया नया आदेश Bihar News: बिहार में AI से जनरल टिकट धोखाधड़ी का खुलासा, पुलिस ने चार शातिरों को किया गिरफ्तार Bihar crime news : महिला पुलिसकर्मी का वीडियो बनाने पर बवाल, विरोध पर डायल-112 की जीप पर पथराव Amrit Bharat Express Bihar: नए साल 2026 में बिहार से चलेंगी 4 नई अमृत भारत ट्रेनें, यात्रियों को मिलेगा यह विशेष सुविधा CBI Raid: रक्षा मंत्रालय में तैनात आर्मी अफसर रिश्वत लेते गिरफ्तार, घर से 2.36 करोड़ नकद बरामद Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana : मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025: 31 दिसंबर तक करें आवेदन, 10 हजार के बाद मिलेंगे 2 लाख रुपये Bihar News: फर्जी दरोगा रवि परासर तीसरी बार पकड़ाया, तीसरी बार अवैध शराब के साथ गिरफ्तार; जांच में खुल रही कई पोल Bihar News: बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की नई दिशा, इन जिलों में डेस्टिनेशन प्लान और 5-स्टार होटल निर्माण Patna News: बिहटा–दानापुर फोरलेन एलिवेटेड सड़क पर इस दिन से दौड़ेंगी गाड़ियां, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
10-Apr-2020 08:13 AM
PATNA: बिहार के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल पीएमसीएच में कोरोना जांच में लापरवाही का मामला सामने आया है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिंह को सस्पेंड कर दिया है.
जांच में नहीं कर रहे थे सहयोग
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष पर आरोप लगा है कि वह कोरोना जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. लापरवाही का आलम यह रहा कि मंगलवार को सिर्फ तीन सैंपल की सिर्फ जांच हुई. बुधवार को 41 सैंपल की जांच हुई थी. जिसके बाद पीएमसीएच के प्राचार्य ने स्वास्थ्य विभाग से इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद यह कार्रवाई हुई और उके स्पटीकरण मांगा गया है. सस्पेंड अवधि में उनको मधेपुरा मेडिकल कॉलेज से अटैच किया गया है. पीएमसीएच में अधिक से अधिक जांच हो इसको लेकर शिफ्ट में यहां पर जांच किया जा रहा है. अब हर दिन 70 सैंपल की जांच होगी.
सीएम से रैपिड किट से जांच की थी सिफारिश
सिंह ने बताया कि उन्होंने सीएम के साथ डॉक्टरों के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रैपिड किट से जांच की सिफारिश की थी. जिसके बाद यह स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों को बात नागवार गुजरी. मुझसे इसके बारे में जवाब मांगा गया. मैं नौ प्रमाण के साथ 7 अप्रैल को इसका जवाब दिया था. फिर भी मुझे सस्पेंड किया गया.