BIHAR: बिजली चोरी का विरोध करना छोटे भाई को पड़ा महंगा, बड़े भाई ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा, मायके गई हुई थी पत्नी गिरिडीह में निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन, 400 से अधिक लोगों का इलाज 23 दिसंबर को पटना में नितिन नवीन का रोड शो, घर से बाहर निकलने से पहले जान लीजिए रूट चार्ट VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार गोल प्रतिभा खोज परीक्षा 2025: छात्रों की प्रतिभा को पहचानने और मार्गदर्शन देने का भरोसेमंद मंच बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के गृह जिले का हाल देखिये, टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीज का इलाज, वीडियो हो गया वायरल नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में अवैध शराब तस्करी का भंडाफोड़, धंधेबाज भी गिरफ्तार
11-Jul-2022 01:42 PM
DESK : नए संसद भवन की नई इमारत की छत पर सोमवार को विसाल अशोक स्तंब स्थापित किया गया. 6.5 मीटर ऊंचे इस अशोक स्तंभ का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. अनावरण के मौके पर पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत अन्य नेता मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अशोक स्तंब को तैयार करने वाले मजदूरों से बातचीत भी की.
संसद की छत पर लगाई स्थापित राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ की प्रतिमा का वजन 9500 किलो है. साथ ही इस स्तंभ की ऊंचाई 6.5 मीटर है. अशोक स्तंभ कांस्य धातु से बनाया गया है. यही वजह है कि रोशनी पड़ने पर ये चमकने लगता है, जिससे ये काफी दूर से ही दिखाई देता है. संसद की छत पर स्तंभ स्थापित होने से पहले इसके आठ चरणों से गुजरना पड़ा, जिसमें इसकी स्केचिंग, निर्माण और पॉलिशिंग शमिल है.
वहीं इस नए अशोक स्तंभ के उद्घाटन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी उसके पास खड़े होकर तस्वीरें भी खिंचवाई. अशोक स्तंभ का निर्माण दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों ने किया है. उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने इन कर्मचारियों से बातचीत भी की. नए संसद भवन की छत पर राष्ट्रीय प्रतीक लगाने का काम आठ अलग-अलग चरणों से पूरा किया गया.
बता दें कि, इस नए संसद भवन के निर्माण में करीब 1000 करोड़ रुपए की लागत आई है. नए संसद परिसर के बन जाने के बाद पुराने संसद भवन को संग्रहालय में तब्दी कर दिया जाएगा. इस नए संसद भवन में 1224 सदस्य बैठेंगे. इस भवन का निर्माण दिसंबर 2022 तक पूरा कर लेने की योजना है