MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Bihar Politics: गयाजी में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन, हजारों महिला और पुरुष हुए शामिल Bihar Politics: गयाजी में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन, हजारों महिला और पुरुष हुए शामिल मुंगेर: असरगंज कच्ची कांवरिया पथ पर मिला दुर्लभ रसेल वाइपर, वन विभाग ने किया रेस्क्यू
29-Apr-2020 07:15 AM
PATNA : राजधानी पटना में राज्य सरकार के उदासीन रवैए के खिलाफ कोरोना वारियर्स का गुस्सा देखने को मिला है। एनएमसीएच के कोरोना स्पेशल वार्ड के अटेंडेंट अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इन्हें 4 महीने से मानदेय नहीं मिला है। बगैर पैसे के काम कर रहे वार्ड अटेंडेंट ने अब काम ठप्प कर दिया है।
एनएमसीएच में वार्ड अटेंडेंट की स्ट्राइक होने की वजह से मंगलवार से ही कामकाज प्रभावित हो रहा है। मरीजों को एडमिट करने उनके डिस्चार्ज करने से लेकर जांच कराने की तमाम प्रक्रियाओं वार्ड अटेंडेंट के काम पर नहीं होने के कारण प्रभावित हो रहा है। आपको बता दें कि एनएमसीएच में 62 वार्ड अटेंडेंट है और अभी फिलहाल यहां के स्पेशल कोरोना वार्ड में 82 मरीजों का इलाज चल रहा है। मुश्किल यह है कि इनमें 71 अभी भी पॉजिटिव हैं।
वार्ड अटेंडेंट की स्ट्राइक पर अस्पताल के अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया है कि इन सभी को आउटसोर्सिंग एजेंसी के तहत काम पर रखा गया है। इनके मानदेय का भुगतान एजेंसी ही करती है। अस्पताल प्रशासन जल्द ही इनकी समस्याओं को दूर कराने का प्रयास करेगी और जब तक वार्ड अटेंडेंट हड़ताल पर हैं तब तक स्थाई कर्मियों से काम लिया जा रहा है। लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में बड़ा सवाल ये है कि आखिर एजेंसी ने पिछले 4 महीने से मानदेय नहीं दिया तो सरकार अब तक चुप क्यों है।