Kharmas 2025: शुभ-मांगलिक कार्यों पर लगी रोक, आज से शुरू हुआ खरमास; जानें इस मास में किए जा सकते हैं कौन-से कार्य? Bihar News: बिहार के इन शहरों में हाइजेनिक मीट विक्रय केंद्र खोलने की तैयारी, सरकार देगी इतने ₹लाख की मदद madhepura news : युवक की बेरहमी से हत्या, परिवार में मातम का माहौल; पुलिस जांच में जुटी Bihar News: ढोंगी बाबा ने वास्तुदोष का झांसा देकर चुराया लाखों का सोना, जांच में जुटी पुलिस Madhepura crime news : पुलिस आईडी और वर्दी पहन वाहन चालकों से पैसे वसूलने वाला फर्जी पुलिसकर्मी गिरफ्तार; इस तरह सच आया सामने Bihar News: बिहार में अवैध बालू खनन पर सख्त कार्रवाई, मद्य निषेध विभाग की मदद से होगी निगरानी Bihar Medical College : बिहार के सभी 38 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐलान, सम्राट चौधरी ने 3 साल में पूरा करने की समय सीमा बताई Bihar News: दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड से बेली रोड कनेक्शन, नए वैकल्पिक मार्ग से ट्रैफिक घटेगा दबाव Bihar Cabinet Meeting : बिहार कैबिनेट बैठक आज, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में नौकरी, रोजगार और कौशल विकास पर बड़े फैसले होने की संभावना Cancelled Trains: रेलवे ने रद्द की इन रूट्स पर चलने वाली कई ट्रेनें, सफर प्लान करने से पहले यहाँ देखें लिस्ट
22-Apr-2020 08:48 AM
ARA : 18 मार्च को अपने एक रिश्तेदार के निकाह में आए 17 लोग लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं. अब मेजबान के यहां भी अनाज का स्टॉक कुछ दिनों में खत्म हो जाएगा. इसके साथ खी राशन लाने के लिए जमा पूंजी भी अब नहीं बची है. उनलोगों पर खाने का संकट भी मंडराने लगा है. जिसके बाद वे लोग प्रशासन से अपने घर भेजने की गुहार लगा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि आरा के नवादा मोहल्ला निवासी मोहम्मद सलाउद्दीन उर्फ सोनू के छोटे भाई गुड्डू का निकाह 18 मार्च को होना था .जिसके लिए 14 मार्च से ही रिश्तेदारों की भीड़ जुटने लगी थी. निकाह के अगले दिन कुछ मेहमान चले गए थे तो वहीं दूर से आए कुछ मेहमान जाने की तैयारी में जुटे थे. इसी बीच कोरोना को लेकर शहर में जनता कर्फ्यू लग गया और इसके बाद लॉकडाउन शुरू हो गया. जिसके कारण मेहमान आरा में फंस गए. वो घर जाना चाहते हैं लेकिन कोई साधन नहीं होने की वजह से घर नहीं जा पा रहे हैं.
जिसके बाद एक महिने से ज्यादा से घर में 25 लोगों का खाना बनाना पड़ रहा है. घर के मुखिया सोनू का कहना है कि ऐसी स्थिति कुछ दिन और बनी रही तो हमारी हालत बिलकुल ही खराब हो जाएगी. मेहमान अपने घर जाना चाहते हैं लेकिन कोई भी रास्ता नहीं होने के कारण वह घर में ही फंसे हैं. हम जिला प्रशासन से इसके लिए मदद मांग रहे हैं कि किसी तरह मेहमान को उनके घर पहुंचा दिया जाए. निकाह के बाद उनके घर में फंसे 17 मेहमानों में से 12 लोग टाटा, गुजरात के दो और बाकी के तीन मेहमान लोकल ही हैं. सबका कहना है कि हमें जल्द से जल्द घर पहुंचा दिया जाए, क्योंकि हमारे परिवार वालों को भी यहां फंसे होने से परेशानी हो रही है.