Bihar IAS News: कौन हैं बिहार कैडर की यह महिला IAS अफसर, जिन्हें UPSC में मिली बड़ी जिम्मेदारी? जानें... Bihar human rights violation: थाना लॉक-अप में युवक की पिटाई का मामला गरमाया, मानवाधिकार आयोग ने SSP मुजफ्फरपुर को भेजा नोटिस! Bihar Teachers: पटना हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, प्राइवेट कॉलेज के इन शिक्षकों को वेतन के साथ-साथ पेंशन का भी मिलेगा लाभ Tejashwi Yadav letter to PM: जाति जनगणना पर तेजस्वी ने पीएम को घेरा, मांगा ठोस एक्शन प्लान...कहा बिहार ने दिखाई राह, अब देश करे बदलाव! Bihar News: 14 वर्षीय महादलित किशोर पर अत्याचार, 4 महीने तक प्रताड़ित करती रही सेठानी Bihar barat murder: शादी समारोह के दौरान नर्तकियों से अश्लीलता का विरोध बना मौत का कारण! Bihar Premier League: IPL की तर्ज पर BPL में छक्के बरसाते नजर आएंगे वैभव सूर्यवंशी, इस महीने से होगा आयोजन Varanasi to Kolkata highway: बिहार से होकर गुजरेगा 6 लेन एक्सप्रेसवे, 35,228 करोड़ की लागत से होगा निर्माण CBSE Important Notice: रिजल्ट से पहले CBSE ने कर दिया बड़ा बदलाव, बोर्ड का ये नोटिस देख लें छात्र High Speed Trains: भारतीय रेलवे ने बदली 'हाई स्पीड ट्रेन' की परिभाषा, अब इतने किमी/घंटे से अधिक रफ्तार वाली ट्रेनों को ही मिलेगा यह विशेष तमगा
16-Apr-2020 07:24 AM
NALANDA : तबलीगी मरकज से जुड़े लोगों ने नालंदा जिले में दिल्ली के निजामुद्दीन जैसा मिलता जुलता कांड कर डाला है। कोरोना संक्रमण के बीच बिहारशरीफ की एक मस्जिद में तबलीगी मरकज का आयोजन किया गया था। इस बात का खुलासा जिला प्रशासन की छानबीन में हुआ है। हालांकि जिले के अधिकारी इस पर कुछ भी साफ करने से बच रहे हैं लेकिन नालंदा जिला प्रशासन ने इसकी जानकारी मिलने के बाद राज्य सरकार को 12 अप्रैल को एक अलर्ट भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि बिहारशरीफ की एक बड़ी मस्जिद में तबलीगी मरकज का आयोजन किया गया था। 14 और 15 मार्च को मरकज में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। तकरीबन 640 लोगों के शामिल होने की जानकारी दी गई है। सबसे खास बात यह है कि इस मरकज में केवल नालंदा जिले के ही नहीं अन्य जिलों से आए लोग भी शामिल हुए थे। जिला प्रशासन को इसके बारे में जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।
बिहारशरीफ को मरकज से जुड़े लोगों का बड़ा केंद्र माना जाता रहा है। नालंदा जिला के लगभग 70 फ़ीसदी मुसलमान तबलीगी मरकज से जुड़े हुए हैं। अब सरकार इस बात का पता लगाने में जुटी हुई है कि मरकज में शामिल होने वाले लोग किन जिलों से आए थे और उनमें संक्रमण का लेवल क्या है।